भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। मिसरोद के सहारा स्टेट स्थित एक डाग ट्रेनिंग सेंटर में फांसी लगाकर श्वान की हत्या करने का मामला सामने आने के बाद शहर के पशुप्रेमियों में खासी नाराजगी है। गुरुवार को पशुप्रेमी आरोपितों के ट्रेनिंग सेंटर पहुंचे और जमकर हंगामा किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने मकान का ताला खुलवाया, जिसके बाद ट्रेनिंग सेंटर से 16 श्वान का रेस्क्यू किया गया। इनमें से आठ श्वान को उनके मालिकों को सौंप दिया गया, जबकि बाकी के आठ श्वान के मालिक शहर से बाहर हैं। इस कारण इन श्वानों को एनजीओ के हवाले कर दिया गया है। इधर, पाकिस्तानी बुली नामक दुर्लभ प्रजाति के श्वान की हत्या करने वाले तीनों आरोपित रवि कुशवाह, तरुण दास और नेहा उर्फ प्रिया तिवारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
उल्लेखनीय है कि शाजापुर निवासी निखिल जायसवाल (22) शराब कारोबारी हैं। उन्होंने एक पाकिस्तानी बुली (अल्सेशियन डाग) नस्ल का एक श्वान खरीदा था, जिसका नाम उन्होंने सुल्तान रखा था। सुल्तान को ट्रेंड कराने के लिए उन्होंने एक मई को सहारा स्टेट स्थित अल्फा डाग्स ट्रेनिंग एण्ड बोर्डिंग सेंटर में डाला था। चार महीने बाद ट्रेनिंग पूरी होने के बाद निखिल ने अपना सुल्तान वापस लेना चाहा तो संचालक रवि कुशवाह ने उनसे कहा कि आपका श्वान बहुत अच्छा है, इसलिए वह फ्री में उसे और ट्रेनिंग देना चाहता है। अगले कई दिनों तक वह निखिल को इसी प्रकार से गुमराह करता रहा।
बीती 9 अक्टूबर को रवि ने अपने साथियों नेहा और तरुण के साथ मिलकर कुत्ते के गले में रस्सी और पट्टा बांधकर फांसी लगाकर मकान के गेट से लटकाकर उसकी हत्या कर दी। निखिल ने जब सीसीटीवी कैमरे मांगे तो पता चला कि सारे फुटेज डिलीट कर दिए गए हैं। इस मामले की शिकायत उन्होंने मिसरोद पुलिस से की थी। पुलिस ने डीवीआर की चिप निकालकर सायबर सेल से डाटा रिकवर कराया तो घटना का खुलासा हुआ। इस पर पुलिस ने तीनों के खिलाफ केस दर्ज किया था। गुरुवार को जब इस मामले की जानकारी शहर के पशुप्रेमियों को लगी तो उनका गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने ट्रेनिंग सेंटर पहुंचकर हंगामा कर दिया।