Bhopal Health News: सुल्तानिया को साधारण अस्पताल बनाकर निजी निवेशक को देने की तैयारी, जेपी के परिसर में बनाया जा सकता है मेडिकल कालेज
प्रदेश में भोपाल समेत पांच जगह पीपीपी मोड पर मेडिकल कालेज खोलने की तैयारी।
By Ravindra Soni
Edited By: Ravindra Soni
Publish Date: Sat, 06 Aug 2022 08:30:30 AM (IST)
Updated Date: Sat, 06 Aug 2022 08:30:30 AM (IST)
भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। प्रदेश में इंदौर, भोपाल, जबलपुर, बालाघाट एवं कटनी में पीपीपी आधार पर मेडिकल कालेज खोलने का निर्णय सरकार ने लिया है। इसके लिए 300 बिस्तर का अस्पताल शासन की तरफ से निवेशक को उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें जिला अस्पताल या फिर कोई अस्पताल शामिल हो सकता है। भोपाल में सुल्तानिया अस्पताल को सामान्य अस्पताल बनाकर इसे निवेशक को देने की तैयारी है।
बता दें कि अभी सुल्तानिया अस्पताल में जीएमसी का स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग संचालित होता है। दो महीने के भीतर यहां से मरीजों को हमीदिया अस्पताल परिसर में बने नए भवन में शिफ्ट करने की तैयारी है। इसके बाद यह अस्पताल खाली ही जाएगा। निवेशक को इस अस्पताल से 10 किमी के दायरे में कहीं भी मेडिकल कालेज खोलने के लिए जगह दी जाएगी। जेपी अस्पताल परिसर में मौजूद जगह का उपयोग भी मेडिकल कालेज के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा ईदगाह हिल्स में भी गांधी मेडिकल कालेज की करीब 25 एकड़ जमीन है, जिसे दिया जा सकता है। हालांकि, अभी इस पर मंथन चल रहा है। व्यवहार्यता (फिजिबिलिटी) अध्ययन किया जा रहा है। इसके बाद निवेश को आकर्षित करने के लिए आफर बुलाए जाएंगे।
बता दें कि भोपाल में अभी एम्स और जीएमसी दो सरकारी अस्पताल के अलावा पांच निजी मेडिकल कालेज हैं। इनमें पीपुल्स, चिरायु मेडिकल कालेज, आरकेडीएफ मेडिकल कालेज, महावीर मेडिकल कालेज और एलएन मेडिकल कालेज शामिल हैं।
दूसरे माध्यमों से आय अर्जित कर सकेंगे निवेशक
निवेशक को लीज पर जो सरकारी जमीन दी जाएगी, उस पर वह आमदनी बढ़ाने के लिए दूसरे काम भी कर सकता है। उदाहरण के तौर पर कैंटीन, धर्मशाला बना सकेगा। आय बढ़ाने के लिए नेशनल मेडिकल कमीशन द्वारा तय बिस्तरों के अलावा कुछ प्राइवेट बिस्तर लगाकर आय अर्जित कर सकेगा। इसे क्रास सबसिडी कहा जाता है।