भाेपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। काेराेना कर्फ्यू के कारण शहर में अष्ट सिद्ध नव निधियाें के दाता हनुमानजी के प्रकटोत्सव प्नकटाेत्सव पर सार्वजनिक रूप से कार्यक्रम नहीं हुए। पुजारियाें ने मंदिराें में और लाेगाें ने घराें में बजरंगबली की आराधना करते हुए महामारी से निजात दिलाने की प्रार्थना की। सुबह से मंदिराें में नासे राेग हरे सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत वीरा के बाेल गूंजने लगे थे। हवन, पूजन का सुबह से शुरू हुआ सिलसिला रात तक जारी रहा।
अशोका गार्डन स्थित सुभाष काॅलोनी बी सेक्टर में मां भवानी शिव हनुमान मंदिर परिसर में श्री हनुमान प्रकटाेत्सव दिवस के उपलक्ष्य में चल रही अखंड रामायण का मंगलवार काे समापन हुआ। हनुमान चालीसा, महाआरती हुई। मंदिर समिति के सचिव दिनेश धाकड़ ने बताया कि भक्तों द्वारा कष्ट निवारण के लिए बजरंगबली से प्रार्थना की। इस अवसर पर मां भवानी और हनुमान जी के मंदिर पर विधिवत कलश की भी स्थापना की गई। कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए श्रद्धालुओं ने हवन और पूर्णाहुति में भाग लिया। पंडित प्रमोद पाण्डे द्वारा गुड़-चना का भोग लगाकर हनुमान जी से रोग निवारण और और विश्व कल्याण की कामना की। इस अवसर पर बैजनाथ राजपूत, ओपी शर्मा, राकेश चतुर्वेदी, कृष्णपाल सिंह, श्रीकांत अवस्थी, राघवेंद्र सिंह, रामरतन पाल, दिलीप परिहार आदि उपस्थित रहे।
पंचामृत से अभिषेक हुआ
मां वैष्णो धाम आदर्श नौ दुर्गा मंदिर के व्यवस्थापक पंडित चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि सुबह पांच बजे हनुमानजी का पंचामृत से अभिषेक किया गया। उसके पश्चात हनुमान जी को चोला चढ़ाया गया। विशेष श्रृंगार करने के बाद हवन हुआ। इस अवसर पर हनुमान चालीसा, हनुमान अष्टक, बजरंग बाण और सुंदरकांड का पाठ किया गया। महाआरती के बाद प्रसादी का वितरण किया गया। गुफा मंदिर में भी अंजनी पुत्र का विशेष श्रृंगार किया गया। पंडित लेखराज शर्मा ने बताया कि काेराना कर्फ्यू के कारण सीमित संख्या में ही श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।