Bhopal Dharam Samaj : श्रीकृष्ण जन्म के प्रसंग पर जमकर झूमे श्रद्धालु
Bhopal Dharam Samaj : गिरराज महाराज को संस्था द्वारा सभी भक्तों के साथ मिलकर छप्पन भोग अर्पित किए जाएंगे। श्रीमद् भागवत कथा मनुष्य को जीवन जीने और मरने की कला सिखाती है। जीवन परमात्मा ने दिया है, लेकिन जीवन जीने की कला हमें सत्संग से प्राप्त होती है।
By Lalit Katariya
Edited By: Lalit Katariya
Publish Date: Wed, 14 Sep 2022 07:42:11 AM (IST)
Updated Date: Wed, 14 Sep 2022 01:19:50 PM (IST)
Bhopal Dharam Samaj : भाेपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। श्रीमद् भागवत सुनने का लाभ भी कई जन्मों के पुण्य से प्राप्त होता है। श्रीमद् भागवत कथा मनुष्य को जीवन जीने और मरने की कला सिखाती है। मनुष्य को जीवन परमात्मा ने दिया है, लेकिन जीवन जीने की कला हमें सत्संग से प्राप्त होती है। सत्संग का मनुष्य के जीवन में बड़ा महत्व है। यह सद्विचार पंडित ओमप्रकाश शास्त्री ने मंगलवार काे शहर के सेमरा स्थित लक्ष्मी नारायण गार्डन में चल रही श्रीमद भागवत कथा के चतुर्थ दिवस पर व्यक्त किए। श्री कृष्ण जन्मोत्सव की कथा का वाचन करते हुए शास्त्रीजी ने कहा कि भगवान सदैव भक्तों के वश में है। भगवान हमेशा अपने भक्तों का ध्यान रखते हैं। जब-जब धरती पर पाप बढ़ता है, तब-तब भगवान श्रीहरि धरा पर किसी न किसी रूप में अवतार लेकर भक्तों के संकट को हरते हैं। जब कंस के पापों का घड़ा भर गया तब भगवान श्री कृष्ण ने बृज में जन्म लेकर कंस का अंत कर पापी राजा से भक्तों को मुक्ति दिलाई। इस अवसर पर नंद बाबा एवं श्री कृष्ण की सुंदर झांकी सजाई गई। जैसे ही नंद बने पात्र कन्हैया को टोकरी में रख कथा पंडाल में पधारे तो सभी श्रोता भाव विभोर होकर नृत्य करने लगे। सभी भक्तों ने नन्हे बालकृष्ण का पूजन कर व्यास जी महाराज का पगड़ी पहनाकर सम्मान किया। इससे पूर्व व्यास पीठ का पूजन मुख्य यजमान पंडित शीतल शर्मा, नारायण शर्मा, आदि ने किया। आयाेजन समिति के प्रवक्ता प्रणय शर्मा ने बताया कि बुधवार की कथा में वृंदावन की तर्ज पर गोवर्धन पर्वत की झांकी लगाई जाएगी। गिरराज महाराज को संस्था द्वारा सभी भक्तों के साथ मिलकर छप्पन भोग अर्पित किए जाएंगे।