नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। विदेशी फोन नंबरों से वीडियो काल कर लोगों के वीडियो मार्फ करना और फिर इन्हें ब्लैकमेलिंग का हथियार बनाना। भोपाल में आए दिन इस प्रकार की धोखाधड़ी सामने आ रही है। शहर के व्यापारी और सरकारी अफसर इसके शिकार हो रहे हैं। हाल ही में ठगी के ये प्रकरण तेजी से बढ़े हैं।
ठग अपने मोबाइल में वीपीएन और स्पेशल एप के माध्यम से पाकिस्तान, नेपाल व बांग्लादेश के नंबरों का उपयोग कर वीडियो काल करते हैं। वे उन वीडियो को रिकार्ड करते हैं और फिर उसे मार्फ करने के बाद लोगों को ब्लैकमेल करते हैं। पिछले एक महीने में ऐसे करीब 10 प्रकरण सामने आए हैं, जिसमें कुछ लोगों ने समाज में अपनी छवि खराब होने के डर से ठगों को राशि पहुंचा दी तो कुछ लोगों ने भोपाल साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज कराई है।
दो सप्ताह पहले शहर के एक व्यापारी के पास पाकिस्तान के नंबर से वीडियो काल आया था। वीडियो काल में उनका चेहरा रिकार्ड हुआ और वीडियो मार्फ करने के बाद ठग ने 20 हजार रुपये की मांग की। व्यापारी ने डरकर दस हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए।
सरकारी विभाग में कार्यरत एक अधिकारी के पास भी दुबई के नंबर से फोन काल आया था। उनसे 50 हजार रुपये ठगी की मांग की गई। अधिकारी ने अपनी सामाजिक छवि को बचाने के लिए पुलिस को शिकायत नहीं की। उन्होंने ठगी से बचने के लिए साइबर एक्सपर्ट का सहारा लिया।
शासकीय कर्मचारी के पास भी बीते शुक्रवार को एक विदेशी नंबर से फोन आया था। वह शनिवार को आवेदन के साथ साइबर क्राइम सेल पहुंचा। शिकायती आवेदन में उसने वीडियो काल का जिक्र भी किया है और 50 हजार रुपये न देने के एवज में वीडियो बहुप्रसारित करने की धमकी दी।
इनका कहना है
साइबर ठग डार्क वेब का उपयोग कर वीपीएन व स्पेशल एप्स के माध्यम से उनके मोबाइल नंबर की पहचान छुपा लेते हैं और फिर दूसरे किसी भी देश के कंट्री कोड का उपयोग करते हैं। ऐसे में जरूरी है कि अनजान विदेशी नंबर से आए फोन व वाट्सएप काल न उठाएं। इस तरह की ठगी को रोकने पुलिस समय-समय पर जागरुकता अभियान भी चलाती है।
सुजीत तिवारी, एसीपी, साइबर क्राइम