Amrit Bharat Station Yojana भोपाल/रायपुर। केंद्र सरकार ने भारत के रेलवे स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास बनाने के लिए 'अमृत भारत स्टेशन योजना' बनाई है। केंद्र सरकार की ओर से फरवरी 2023 में राज्यसभा में दी गई जानकारी के अनुसार इस योजना के लिए देश के 1275 रेलवे स्टेशनों का चयन किया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इनमें से 508 रेलवे स्टेशन के कायाकल्प कार्य का उद्घाटन किया। 25 हजार करोड़ रुपये की लागत से इन सभी 508 रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाया जाएगा।
इन 508 रेलवे स्टेशन की सूची में मध्य प्रदेश के 34 रेलवे स्टेशनों को भी शामिल किया गया है। 982 करोड़ रुपये की लागत ने इन रेलवे स्टेशन आधुनिक बनाया जाएगा।
संत हिरदाराम नगर | नर्मदापुरम | हरदा |
रुठियाई ज | मुलताई | इटारसी जं. |
सागर | नेपानगर | जुन्नारदेव |
शामगढ़ | पांडुरना | आमला जं. |
शिवपुरी | रीवा | बानापुरा |
श्रीधाम | गाडरवारा | बैतूल |
सिहोरा रोड | गंजबासौदा | ब्यावरा-राजगढ़ |
विदिशा | घोड़ाडोंगरी | डबरा |
विक्रमगढ़ आलोट | गुजा ज. | दमोह |
देवास जं. | करेली | कटनी जं. |
कटनी मुडवारा | कटनी साउथ | खजुराहो |
मैहर |
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत छत्तीसगढ़ के 7 रेलवे स्टेशन को शामिल किया गया है। जिन्हे 1459.6 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक बनाया जाएगा।
अकलतरा | भिलाई पावर हाउस |
बिलासपुर जं. | दुर्ग जं. |
महासमुन्द | रायपुर जं. |
तिल्दा-नेवरा |
उत्तर प्रदेश | 55 |
राजस्थान | 55 |
बिहार | 49 |
महाराष्ट्र | 44 |
पश्चिम बंगाल | 37 |
असम | 32 |
ओडिशा | 25 |
पंजाब | 22 |
गुजरात | 21 |
तेलंगाना | 21 |
झारखंड | 20 |
आंध्र प्रदेश | 18 |
तमिलनाडु | 18 |
हरियाणा | 15 |
कर्नाटक | 13 |
रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अमृत भारत स्टेशन योजना की शुरूआत की गई है। इस योजना के तहत सोनपुर मंडल के 18 स्टेशन और समस्तीपुर मंडल के 20 स्टेशन का सहित देश के 1275 स्टेशन का चयन किया गया है। वहीं शुरुआती तौर पर फिलहाल 508 रेलवे स्टेशन को शामिल किया गया है।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत यात्रियों को राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं प्रदान की जाएगी। जिसमें वेटिंग हाल, फ्री वाई फाई, कियोस्क जैसी सुविधाओं को शामिल किया गया है।
बता दे कि इन सभी सुविधाओं के लिए मास्टर प्लान तैयार कर अलग'अलग चरणों में इनका विस्तार किया जाएगा। इसके साथ ही प्रत्येक स्टेशन पर आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए 'एक स्टेशन एक उत्पाद' जैसी योजनाएं भी बनाई जाएगी।