नईदुनिया प्रतिनिधि, भिंड। भिंड-दतिया लोकसभा क्षेत्र भाजपा से वर्तमान सांसद व भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष संध्या राय पर फिर से भरोसा जताया है। 2019 में श्रीमती राय ने कांग्रेस प्रत्याशी देवाशीष जरारिया को एक लाख 99 हजार 865 मतों से पराजित किया था। बता दें, कि इस बार टिकट की दौड़ में वर्तमान सांसद राय के अलावा पूर्व सांसद डा. भागीरथ प्रसाद, पूर्व मंत्री लालसिंह आर्य सहित कई दावेदार थे।
27 फरवरी काे भिंड आए मप्र शासन के सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग और इंदौर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष जयपाल चावड़ा ने रेस्ट हाउस पर बंद कमरे में एक-एक कर दावेदारों और पदाधिकारियों से बात की थी। उन्होंने प्रत्येक पदाधिकारी से पर्ची पर तीन-तीन नाम मांगे थे। बताया जाता है, कि पदाधिकारियों की पर्ची में पहली पसंद सांसद संध्या राय का नाम था।
सांसद सध्या राय का पांच साल का कार्यकाल औसत ठीक रहा है। शहर में भिंड-अटेर क्रासिंग, सोनी, रायतपुरा औ साैंधा के पास ओवरब्रिज की मंजूरी दिलाने के साथ इटावा-ग्वालियर तक मैमो ट्रेन की मंजूरी दिलाने सहित इटावा-ग्वालियर हाइवे को फोरलेन की मंजूरी दिलाना सहित काम हैं, जो उन्होंने कराए हैं। साथ ही कार्यकर्ताओं के बीच में उनकी छवि साफ एवं स्वच्छ है। यही वजह है, कि भिंड-दतिया लोकसभा में कार्यकर्ता उन्हें पसंद करते हैं
भाजपा का गढ़ मानी जाने वाली भिंड दतिया लोकसभा सीट से पार्टी ने अपने वर्तमान सांसद संध्या राय को फिर से मौका दिया है। खास बात तो यह है कि भाजपा ने वर्ष 1984 में भिंड दतिया लोकसभा क्षेत्र से आखिरी बार वसुंधरा राजे सिंधिया को महिला प्रत्याशी के रूप में उतारा था। तब कांग्रेस के कृष्ण सिंह जूदेव ने उन्हें 87 हजार 403 वोट से हरा दिया था। इसके बाद भाजपा ने 2019 में संध्या राय को महिला उम्मीदवार के रूप में उतारा था। वर्ष 1989 से लगातार भिंड दतिया लोकसभा सीट पर भाजपा का कब्जा बरकरार है।