Bhind News भिंड, फूफ(नईदुनिया प्रतिनिधि)। ग्वालियर-इटावा नेशनल हाइवे 92 पर इटावा जिले के उदी पर पुलिस और माइनिंग विभाग ने सोमवार रात 10 बजे से संयुक्त चेकिंग लगा दी। भिंड से जाने वाले वाहनों के जानकारी लगी तो ड्राइवरों ने चंबल नदी किनारे वाहन खड़े कर दिए। देखते ही देखते रात 12 बजे से जाम की स्थिति बनने लगी। अलसुबह 5 बजे टीआई संजयसिंह को जाम की जानकारी मिली तो उन्होंने फोर्स मौके पर भेजा। चेकिंग के डर से ड्राइवर वाहन छोड़कर इधर-उधर हो गए। पुलिस ने फूफ में भदाकुर चौराहे से छूंछरी, हनुमंतपुरा चौराहा, चकरनगर होकर वाहनों को निकाला। मंगलवार दोपहर 12 बजे तक सिर्फ छोटे वाहन ही बरही-उदी होते हुए सिर्फ बाइक ही निकल पाई। मालूम हो, सोमवार रात 10 बजे आरटीओ ने उदी मोड़ पर पुलिस और माइनिंग ने चेकिंग लगा दी। इससे ग्वालियर-भिंड से जाने वाले रेत-गिट्टी के वाहनों के पहिया थम गए।
सूचना पर सुबह पहुंचा पुलिसबल
चंबल नदी पुल पर जाम की सूचना वाहन ड्राइवरों ने डायल 100 को दी। सबसे पहले डायल 100 मौके पर पहुंची। पुलिस ने चंबल नदी पर पता किया तो चेकिंग के कारण अधिकांश ट्रक ड्राइवरों ने अपने वाहन मप्र की सीमा में खड़े कर लिए हैं। इससे जाम की स्थिति बन रही है। टीआई श्री सिंह सुबह करीब 5 बजे अपनी टीम के साथ पहुंच गए। पुलिस ने जाम खुलवाने के लिए वाहनों को एक साइड से खड़े करवाया। मगर सड़क पर वाहन आड़े-तिरछे खड़े होने के कारण रास्ता बहाल नहीं हो पाया। जिससे सबसे अधिक परेशानी महिलाओं और बच्चों को हुई।
जाम में फंसे रहे लोग
भिंड से इटावा के लिए जाने वाले वाहनों को 14 घंटे जाम के हालातों का सामना करना पड़ा। इस बीच छोटे दोपहिया वाहन से लेकर सवारी वाहनों में सवार लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। उदी मोड़ चेकिंग की सूचना मिलने पर ज्यादातर वाहन चालकों ने अपने वाहन हाइवे पर ही खड़े कर लिया। जिससे चंबल नदी से बरही टोल तक लंबा जाम लगा रहा। जाम में फसे कुछ वाहनों ने रास्ता बदलकर दूसरे मार्गों से होकर अपना सफर किया,जबकि जाम के बीच में फसी बस और जीप में सवार लोग घंटों परेशान होते रहे।
जाम खोलने में इसलिए आई परेशानी
सुबह 5 बजे से हाइवे पर जाम लगने की सूचना मिलने के बाद फूफ पुलिस के साथ वाहन चालकों ने रास्ता खुलवाने के लिए प्रयास किए। लेकिन परेशानी इसलिए पैदा हुई, क्योंकि ज्यादातर वाहन चालक बीच सड़क पर अपने वाहन खड़े करके सोने के लिए चले गए। पुलिस ने एक साइड से वाहनों को निकालने के लिए मशक्कत की, मगर रोड पर खड़े बिना ड्राइवर के वाहनों को सुबह तक निकाला गया। हाइवे पर जाम में फसे वाहनों को पहले एक साइड से निकालने का प्रयास किया। दोपहर करीब 2 बजे के बाद धीरे-धीरे करके एक साइड से वाहनों का आवागमन शुरू कराया गया।
ट्रैफिक किया डायवर्ट
चंबल पुल के पास रात चेकिंग के बाद मप्र से उप्र की सीमा में जाने वाले वाहन बरही के पास लग गए। चंबल पुल से लेकर फूफ तक करीब वाहनों की लाइन लग गई। पुलिस ने वाहनों को भदाकुर रोड होते हुए छूंछरी से उप्र के लिए निकलवाना शुरू कर दिया। इधर भारी वाहनों के साथ सवारी बसें भी फंसी रहीं। बसों में बैठी महिलाएं और बच्चों को भारी तकलीफों का सामना करना पड़ा। कुछ वाहन चालकों ने अपने वाहन दूसरे मार्गो से होकर निकाले। जबकि ज्यादातर लोग रातभर सवारी वाहनों में फसे रहे। इस दौरान इटावा व अन्य स्थानों पर जल्दी पहुंचने वाले लोगों को परेशानियों भरा सफर तय करना पड़ा।
पैदल आए यात्री
रात में हाइवे पर जाम लगने के बाद रात करीब 1 बजे दिल्ली से भिंड आने वाली बस में जाम में बस गई। बस में फूफ सहित आसपास की सवारी तो पैदल ही फूफ तक आ गई। जबकि लंबी दूरी वाली यात्री बस में ही बैठे रहे। इस दौरान उन्हें काफी परेशानी हुई।
दिल्ली से बस में बैठकर फूफ आ रहे थे। रात 1 बजे उदी मोड़ आ गए, लेकिन जाम लगने से बस नहीं निकल पाई। ऐसे में सर्दी में रात बस में गुजारनी पड़ी। सुबह पैदल ही बरही तक आया। इसके बाद एक बाइक से फूफ तक आए। सुनीलसिंह, निवासी भिंड
मुझे भिंड से इटावा जाना था। बाइक से जैसे-तैसे बरही तक तो पहुंच गए, लेकिन पुल से आगे नहीं बढ़ पाए। इसके बाद हम वापस लौटे और भदाकुर रोड होते हुए छूंछरी से हनुमंतपुरा चौराहे गए। यहां से उदी मोड़ होते हुए इटावा गए। 35 मिनट के सफर में 3 घंटे लग गए। दिनेश तोमर, निवासी शिवाजी नगर
उप्र के उदी में चेकिंग के कारण ड्राइवरों से अपने वाहन सड़क किनारे खड़े कर लिए थे। लेकिन कुछ वाहन गलत तरीके से खड़े थे। इसलिए जाम की स्थिति बन गई थी। हमने ट्रैफिक को भदाकुर रोड से डायवर्ट कर दिया था। संजयसिंह, टीआई फूफ