Bhind Chambal Bridge News: भिंड (नईदुनिया प्रतिनिधि)। मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले भिंड-इटावा नेशनल हाइवे स्थित चंबल पुल पर मरम्मत के चलते भारी वाहनों का निकलना प्रतिबंधित है, ऐसे में वाहन 75 किमी का फेरा लगाकर भिंड स्थित फूफ से सहसों-चकरनगर होते हुए इटावा जा रहे थे। इस मार्ग पर भी पुलिया क्षतिग्रस्त होने से इटावा कलेक्टर अवनीश राय ने यहां से भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी है। अब भारी वाहन भिंड-रौन-मिहोना से जालौन होते हुए या जनपद भिंड से शिकोहाबाद होते हुए जाएंगे। वैकल्पिक मार्ग से भिंड से इटावा पहुंचने के लिए 187 किमी और ग्वालियर से मुरैना-आगरा होते हुए 250 किमी का फेरा लगाना पड़ेगा, जबकि भिंड-इटावा के बीच की दूरी महज 36 किलोमीटर है।
1976 में बने चंबल पुल को 20-25 टन वजनी वाहन के हिसाब से तैयार किया गया था, लेकिन क्षमता से ज्यादा वाहन व रेत के ओवरलोड वाहनों से पुल की दोनों ओर सड़क के स्लैब धंस चुके हैं। उप्र लोक निर्माण सेतु विभाग ने पुल की मरम्मत की जरूरत बताई थी, जिसके बाद इटावा कलेक्टर ने 27 जून से भारी वाहनों के निकलने पर प्रतिबंध लगा था। ग्वालियर से भिंड होकर इटावा की दूरी 112 किमी है। बरही चंबल पुल और फूफ स्थित चकरनगर मार्ग बंद होने से इटावा जाने के लिए अब भारी वाहनों को ग्वालियर से मुरैना-आगरा होकर जाना होगा, जिसमें लगभग 250 किमी दूरी तय करनी पड़ेगी।
मालनपुर और भिंड से किया वाहनों को डायवर्टः भिंड की सीमा मालनपुर से इटावा जाने वाले वाहनों को बरेठा पुल से मुरैना होते हुए वैकल्पिक मार्ग पर डायवर्ट किया जा रहा है। ग्वालियर से इटावा, कानपुर जाने वाले वाहन मुरैना, धौलपुर आगरा होते हुए निकाले जाएंगे, जबकि भिंड आए वाहनों को रौन-मिहोना-गोपालपुरा से जालौन होते हुए इटावा-कानपुर के लिए निकाला जा रहा है।
वर्जन-
चंबल पुल पर मेंटनेंस चल रहा है। वैकल्पिक मार्ग फूफ से सहसों-चकरनगर मार्ग पर भी पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई है। ऐसे में इस मार्ग से भी भारी वाहनों के निकलने पर प्रतिबंध लगाया है। भारी वाहन भिंड जनपद से जालौन होते हुए या भिंड से शिकोहाबाद होते आ-जा सकेंगे।
अवनीश राय, कलेक्टर, इटावा