Betul mandi बैतूल। कृषि उपज मंडी बडोरा में मक्का की आवक बढ़ने से व्यवस्था प्रभावित हो रही है। इसे देखते हुए मंडी प्रबंधन ने प्रतिदिन 15 हजार बोरा से अधिक आवक न हो पाए इसके लिए बनाई नई व्यवस्था बनाई है। एक दिन पहले ही किसानों को अगले दिन उपज लाने के लिए टोकन प्रदान किए जाएंगे ताकि अनुमानित मात्रा में ही उपज मंडी पहुंचेगी और समय पर नीलामी कर तौल हो पाएगा। मंडी प्रबंधन के द्वारा हर दिन एक नई व्यवस्था बनाए जाने के कारण उपज बेचने के लिए पहुंच रहे किसानों की परेशानी बढ़ रही है।
पहले खुली उपज की ही खरीदी करने की अनिवार्यता का आदेश दिया गया और जब विरोध हुआ तो प्रशासन ने अपने कदम पीछे खींच लिए। इसके बाद खुली और ढेर लगाने पर भी उपज की नीलामी और तौल कराया जाने लगा। अब एक और नया फरमान जारी करने से किसानों को दो दिन मंडी में आने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
मंडी प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार 16 नवंबर से मंडी में टोकन व्यवस्था प्रारंभ की जा रही है और इसके माध्यम से ही मक्का की खरीदी की जाएगी। प्रतिदिन 15 हजार क्विंटल मक्का की ही खरीदी करने का लक्ष्य रखा जा रहा है। ऐसे में वे किसान जो जरूरत के लिए उपज बेचना चाहते हैं उन्हें एक से दो दिन का इंतजार करने के लिए मजबूर होना पड़ जाएगा।
मंडी में सोमवार को 17 हजार 846 बोरा मक्का की आवक हुई थी। इस सीजन में पहली बार इतनी अधिक मात्रा में केवल मक्का की उपज की आवक होने से पूरी व्यवस्थाएं चरमरा गईं। मंगलवार को अवकाश होने से दिन के वक्त उपज की तौल का कार्य किया जाता रहा। यदि हर दिन इतनी अधिक मात्रा में मक्का की आवक हुई तो फिर उसकी तौल 24 घंटे में हो पाना संभव नहीं हो पा रहा है।
इससे मंडी में कभी भी खरीदी बंद करने की नौबत आ सकती है। इसे देखते हुए नई व्यवस्था बनाई जा रही है। सोमवार को मंडी में सभी प्रकार की उपज की आवक 27053 बोरा हो गई थी। मक्का की आवक जिस तेजी से बढ़ रही है उससे यह संभावना है कि आने वाले दिनों में आवक और भी बढ़ना तय है।
इसके चलते तमाम प्रयासों के बावजूद हालात बिगड़ने के भी आसार नजर आ रहे थे। इसे देखते हुए मंडी प्रबंधन ने अब व्यवस्था में एक और बदलाव किया है। इसके तहत अब मक्का की खरीदी टोकन सिस्टम से की जाएगी। मंडी में रोजाना जितनी मक्का ली जाएगी, उसकी सीमा भी तय कर दी गई है।
मंडी सचिव एसके भालेकर ने बताया कि मंडी में रोज 15 हजार क्विंटल मक्का की ही नीलामी करने की व्यवस्था बनाई जा रही है। इसके लिए किसानों को बाकायदा टोकन दिए जाएंगे। सोमवार को ही इसकी एनाउंस मंडी में कर किसानों को सूचित कर दिया है। बुधवार मक्का लाने के लिए 15000 क्विंटल के टोकन वितरित कर दिए गए हैं।
मंडी प्रबंधन द्वारा जल्द से जल्द उपज की नीलामी और तौल कराने के लिए किसानों को खुली ट्राली या अन्य वाहन में उपज लाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। सोमवार को 17 ट्रालियों में खुली उपज लेकर पहुंचे किसानों की उपज तत्काल नीलामी कर इलेक्ट्रानिक तौल कांटों पर तौल कराया गया है।
मंडी प्रबंधन के द्वारा टोकन की व्यवस्था बनाने के लिए किसानों से चर्चा तक नहीं की गई है। ऐसे में जो किसान अपनी उपज मंडी में बेचना चाहते हैं उन्हें एक दिन पहले मंडी आकर टोकन लेने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। बैतूल से 20 से 30 किमी दूर रहने वाले किसान अपने कामकाज छोड़कर एक दिन पहले मंडी में आकर टोकन हासिल करेंगे।
यहां भी 15 हजार क्विंटल के टोकन बंट गए तो उन्हें बैरंग ही घर वापस लौटना पड़ेगा और दूसरे दिन फिर मंडी आने के लिए विवश होना होगा। मंडी प्रबंधन के द्वारा मक्का की आवक प्रारंभ होने के बाद से ही लगातार अलग-अलग प्रयोग किए जा रहे हैं जिससे किसानों को सुविधा कम लेकिन परेशानी अधिक उठाना पड़ रहा है।