MP Rajpur Vidhan Sabha: राजपुर से उज्ज्वल शुक्ला। बड़वानी जिला मुख्यालय से करीब 32 किलोमीटर की दूरी पर राजपुर कस्बा है। रूपा नदी इस कस्बे को दो भागों में बांटती है। इस कस्बे का हाल रूपा नदी की बदहाली देखकर ही समझा जा सकता है। राजपुर में सड़कें तो पक्की नजर आती हैं और घरों में नल कनेक्शन भी लगे हैं, पर इन नलों में पानी पांच दिन में एक बार आता है।
राजपुर में आज भी विकास की रफ्तार बेहद धीमी है। विकास कार्यों से ज्यादा यहां पर कार्य का श्रेय लेने की होड़ नजर आती है। जो भी थोड़े बहुत विकास कार्य हुए हैं, उन्हें भाजपा अपनी उपलब्धि बताती है तो कांग्रेस अपनी। यहां पार्टियां हर चुनाव के पहले वादे तो खूब करती हैं, मगर चुनाव जीतने के बाद जनप्रतिनिधि इन मुद्दों से दूरी बना लेते हैं। यह सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है।
पिछले चार चुनावों में यहां से भाजपा एक बार जीत दर्ज कर सकी है। 2018 में भाजपा प्रत्याशी के निधन से मिली सहानुभूति के बावजूद कांग्रेस के बाला बच्चन ने यहां जीत दर्ज की थी। वैसे तो यहां पर अब तक भाजपा और कांग्रेस में सीधा मुकाबला रहा है, पर इस बार जय युवा आदिवासी संगठन (जयस) भी मैदान में उतरने को तैयार है।
पूरे क्षेत्र में जितने भी अवैध कारोबार हो रहे हैं, वो कांग्रेस के लोग कर रहे हैं। पूरी शराब लाबी कांग्रेस के लोगों की है। विधायक ने मंदिर और मांगलिक भवनों को राशि देने के अलावा कोई काम नहीं किया है। सड़कों का डामरीकरण, तालाब, स्कूल बनाने का काम शिवराज सरकार ने किए हैं। इसमें हमारे विधायक का कोई योगदान नहीं है। - ओम सोनी, भाजपा जिलाध्यक्ष
राजपुर में विधायक निधि के अलावा कोई भी काम बाला बच्चन ने नहीं करवाए हैं। हमने प्रदेश सरकार से योजनाएं मंजूर करवाई है। नागलवाड़ी की सड़क का डामरीकरण हमने करवाया। शिवराज सरकार की योजनाओं को हमने हर घर तक पहुंचाने का काम किया है। - अंतर पटेल, पिछले चुनाव में पराजित भाजपा उम्मीदवार
हमने जितने विकास कार्य किए हैं, उतने पूरे क्षेत्र में अब तक नहीं हुए थे। स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क से लेकर सिंचाई तक में हमने राजपुर विधानसभा क्षेत्र को कई सौगातें दी हैं। क्षेत्र के लोगों पर लगे करीब 3700 केस वापस लेने का काम हमने किया है। मैं सतत क्षेत्र के लोगों के संपर्क में रहता हूं। भाजपा के लोग तो चुनाव के समय ही सक्रिय होते हैं। - बाला बच्चन, विधायक (कांग्रेस)
विधायक बाला बच्चन ने अपनी विधायक निधि से करीब 300 मंदिर और 200 से अधिक मांगलिक/सामुदायिक भवन बनवाए हैं। उनका कहना है कि विधायक निधि के हर काम में कमीशनखोरी चलती है, पर मंदिर और सामाजिक काम में लोग कमीशन से बचते हैं, इसलिए हम ऐसे कामों को प्राथमिकता देते हैं। क्षेत्र के अन्य कामों के लिए हम दूसरी योजनाओं से पैसा लाते हैं। हमने 2019 में 1300 करोड़ की लागत से सिंचाई परियोजना मंजूर करवाई। इसके अलावा इंडोर स्टेडियम सहित कई सौगातें क्षेत्र को दी हैं।
जुलवानिया की तरफ से राजपुर में घुसते ही नया बस स्टैंड नजर आता है। इस बस स्टैंड का दो-तीन साल पहले ही शुभांरभ हुआ है। स्थानीय लोगों ने यहां पर बसें ठहरते हुए कभी नहीं देखी है। रुकती भी है तो बस स्टैंड के बाहर सड़क पर। इस नए बस स्टैंड में रोज सुबह सब्जी मंडी लगती है। अभी बीच बाजार में बसें ठहरती हैं, इससे जाम के हालात बनते हैं। इस बारे में कांग्रेस के विधायक बाला बच्चन और भाजपा के उम्मदीवार रहे अंतर पटेल कोई जवाब नहीं दे पाते हैं।
राजपुर की बड़ी समस्या बेरोजगारी है। पूरे बड़वानी जिले में कोई भी बड़ा उद्योग या कारखाना नहीं है। यहां के करीब 50 हजार लोग मजदूरी की तलाश में गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक पलायन करते हैं। कोर्ट में बैठे रामसिंह पटेल ने कहा कि पेशी के लिए आया हूं। हमें यहां काम ही नहीं मिलता है, इसलिए काम के लिए गुजरात चला गया हूं।
ढाबों से बिक रही अवैध शराब
पूरे विधानसभा क्षेत्र के हर ढाबे पर अवैध शराब की बिक्री होती है। कांग्रेस का आरोप है कि अवैध कारोबार भाजपा नेताओं के संरक्षण में हो रहा है। बाला बच्चन कहते हैं कि हमारी 15 महीने की सरकार में सभी अवैध गतिविधियां बंद हो गई थीं। भाजपा के जिला अध्यक्ष ओम सोनी का कहना है कि सभी अवैध गतिविधियां कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के द्वारा ही संचालित की जा रही हैं।
क्षेत्र के विकास को लेकर भाजपा और कांग्रेस के अपने-अपने दावे हैं। भाजपा नेता अंतर पटेल का कहना है कि विधायक बाला बच्चन एक भी ऐसा काम बता दें जो उन्होंने करवाया हो। क्षेत्र में जो भी काम हो रहे हैं, वो भाजपा की शिवराज सरकार के द्वारा कराए जा रहे हैं। इस पर बाला बच्चन का कहना है कि क्षेत्र में कोई ऐसा काम नहीं है, जो हमने नहीं किया है। क्षेत्र में विकास के सारे काम हमारे कराए हुए ही हैं। अंतर पटेल एक भी ऐसा काम बता दें जो हमने नहीं कराया हो। उनकी ससुराल में ही तीन करोड़ की लागत से पुल का निर्माण कराया है।
विधायक द्वारा बताई गईं उपलब्धियां
- 1400 करोड़ की लागत से नर्मदा पेयजल योजना मंजूर
- 1100 करोड़ की लागत से नागलवाड़ी उद्वहन सिंचाई परियोजना
- 71 करोड़ की लागत में क्षेत्र में सड़कों का निर्माण
- 22 हजार किसानों के बिजली बिल आधे हुए
- 11 हजार किसानों की कर्जमाफी हुई
- 8 करोड़ की लागत से नागलवाड़ी में भीलटदेव मंदिर पहुंच मार्ग स्वीकृत कराया