नईदुनिया प्रतिनिधि, बालाघाट। गढ़ी थाना क्षेत्र के ग्राम कोमो रतनपुर में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां खेत में बने मचान (झोपड़ी/मंढा) में खेल रही ढाई साल की मासूम बालिका की जिंदा जलने से मौत हो गई, जबकि उसका चचेरा भाई गंभीर रूप से झुलस गया। घटना 5 नवंबर को हुई थी, लेकिन मामला दो दिन बाद गुरुवार को सामने आया।
मचान में आग लगने की वजह बताई जा रही है कि बच्चों ने मचान में रखी माचिस की तीली से आग लगाई थी। मचान में सूखी लकड़ी, पैरा और भूसा रखा हुआ था, जो आग पकड़ने के लिए पर्याप्त था। आग लगने के तुरंत बाद बच्चा मचान से कूद गया, लेकिन डिलेश्वरी वहीं रह गई और जिंदा जल गई।
घटना के वक्त बच्चों के माता-पिता पास के खेतों में काम कर रहे थे और उन्हें आग की भनक तक नहीं लगी। मचान में दोनों बच्चे खेल रहे थे, जबकि उनके माता-पिता धान की कटाई में व्यस्त थे। जब कुछ ग्रामीणों ने मचान से धुआं निकलते देखा, तब वे दौड़े, लेकिन तब तक डिलेश्वरी की मौत हो चुकी थी। बालक दफेलाल को गंभीर रूप से झुलसने के कारण जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत अब स्थिर है।
गढ़ी थाना प्रभारी सुखदेव सिंह धुर्वे ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि इस हादसे में एक बच्ची की मौत हो गई, जबकि दूसरे बच्चे का इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि खेत कान्हा वनक्षेत्र से लगे हुए हैं और मचान में खाने-पीने की सामग्री के साथ माचिस भी रखी जाती है, जिससे किसानों को रात के समय आग जलाने में मदद मिलती है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
सुखदेव सिंह धुर्वे ने कहा कि मचान में आगजनी से ढाई साल की बच्ची की जलकर मृत्यु हुई है। उसका भाई झुलस गया है, जिसे इलाज के लिए भर्ती कराया है। दोनों बच्चे मचान में खेल रहे थे और परिजन खेत में धान काट रहे थे। मामले की जांच की जा रही है।