नईदुनिया प्रतिनिधि,अशोकनगर: मुख्यमंत्री मोहन यादव ने चंदेरी में कहा कि, भारत में अगर रहना है तो श्रीराम-कृष्ण कहना होगा। पूरे विश्व में हमारा देश ही ऐसा है, जहां देश के नाम के साथ माता का नाम जोड़ा जाता है। यही वजह है कि हम पाठ्यक्रम के अंदर भगवान श्रीकृष्ण एवं राम का इतिहास जोड़ रहे हैं। इन पाठों को पढ़ने से बच्चों में कर्म प्रधानता बढ़ेगी। भगवानों का इतिहास हमारे पाठ्यक्रमों का हिस्सा बनना चाहिए।
सोमवार को चंदेरी में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व के मौके पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वे जन्माष्टमी पर्व मनाने के लिए चंदेरी में आए हैं। पांच हजार साल पहले भगवान श्रीकृष्ण भी चंदेरी आए थे, इसलिए चंदेरी को पर्यटन तीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री डा. यादव ने कहा कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व के मौके पर वे घोषणा करते हैं कि शीघ्र ही प्रदेश के सभी जिलों एवं ब्लाकों में वृंदावन गांव बनाए जाएंगे। इससे लोग भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का अध्ययन कर उनके जीवन से सीख ले सकेंगे। इन वृंदावन गांव में अध्यात्मिक चर्चाएं होंगी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने कहा कि पशुपालन का व्यवसाय करने वाले दुग्ध उत्पादकों को अब चिंता करने की जरूरत नहीं है। अभी जैसे गेहूं और धान पर बोनस दिया जाता है, उसी तरह दुग्ध उत्पादन पर भी बोनस दिया जाएगा। 10 से अधिक पशुओं का पालन करने वालों को भी अनुदान दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के बेसहारा गोवंश को लेकर भी बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के देश में गोवंश को कष्ट हो तो किस बात की सरकार है। उन्होंने कहा कि नगरीय निकाय पहले कांजी हाउस बनाते थे, जो पशुओं के लिए जेल होती थी। लेकिन अब हमारी सरकार ने बेसहारा गोवंशों को पालने का काम करेगी।