AshokNagar News: प्रेमी के साथ मिलकर पत्नी ने की थी पति की गला दबाकर हत्या, पत्थर बांधकर कुएं में फेंका शव
युवक की पत्नी और उसके प्रेमी ने 01 अगस्त की रात मिलकर पहले रस्सी से उसका गला घोंट दिया। इसके बाद उसके शव को ठिकाने लगाने के इरादे से गांव के ही एक व्यक्ति के खेत में बने कुएं में फेंक दिया था। शक होने पर पुलिस ने मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी से अलग-अलग पूछताछ की तो सच्चाई सामने आ गई। आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
By Ravindra Soni
Publish Date: Sat, 10 Aug 2024 09:32:23 AM (IST)
Updated Date: Sat, 10 Aug 2024 09:32:23 AM (IST)
पुलिस की गिरफ्त में आरोपित पत्नी व उसका प्रेमी। HighLights
- मुंगावली थाना क्षेत्र के ग्राम बामौरी का मामला।
- मृतक के चचेरे भाई ने थाने में लिखाई थी रपट।
- गांव के ही एक खेत में बने कुएं में फेंका था शव।
नवदुनिया प्रतिनिधि, अशोकनगर। बीते 6 अगस्त को मुंगावली थाना क्षेत्र के ग्राम बामौरी में एक कुआं में एक युवक की लाश मिली थी। उसके हाथ-पैर बांधने के बाद कमर में पत्थर बांधकर कुएं में फेंका गया था। पुलिस ने हत्या की इस गुत्थी को सुलझा लिया है। इस मामले में पुलिस ने जिस व्यक्ति की हत्या हुई थी, उसकी पत्नी और प्रेमी को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है।
यह है मामला
इस संबंध में मृतक के चचेरे भाई प्रकाश पुत्र भैरो सिंह लोधी ने मुंगावली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि गांव के कल्लू ने शिशुपाल यादव के खेत में बने कुआं में एक व्यक्ति की लाश तैरते हुए देखी थी और इसकी सूचना शिशुपाल को दी थी। शिशुपाल ने यह बात गांव में बताई तो मैं गजराज सिंह यादव के कुआं पर पहुंचा तो वहां देखा कि एक व्यक्ति का शव कुएं में पानी के ऊपर तैर रहा था। पास जाकर देखा तो वह मेरा चचेरा भाई रामभज्जू उर्फ प्रभुलाल था।
शव के हाथ-पैर बंधे थे
इस रिपोर्ट पर पुलिस ने मौके पर जाकर शव को बाहर निकलवाया तो रामभज्जू के हाथ-पैर बिजली के तार से बंधे थे और कमर में रस्सी बंधी थी उसी रस्सी से एक नायलोन की बोरी बंधी थी, जिसमें पत्थर भरे हुए थे। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच की। पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार जैन द्वारा पुलिस को जरूरी निर्देश देते हुए अज्ञात आरोपितों की शीघ्रता से तलाश करने को कहा था। इसके बाद मुंगावली एसडीओपी सनम बी खान के निर्देशन में थाना प्रभारी मुंगावली गब्बर सिंह गुर्जर द्वारा टीम गठित की गई।
पुलिस ने जांच की तो शक की सुई मृतक की पत्नी प्रेमवती और गांव के ही मोनू यादव की ओर घूम गई। पुलिस ने जब जुटाए गए साक्ष्यों के आधार पर दोनों से अलग-अलग पूछताछ की तो प्रेमवती और उसके प्रेमी मोनू यादव के अलग-अलग बयान सामने आए। जिसके बाद पुलिस ने जब उन्हें घेरा तो उन्होंने रामभज्जू उर्फ प्रभुलाल की हत्या करने की बात स्वीकार कर ली।
ऐसे की थी वारदात
पुलिस के मुताबिक आरोपितों ने एक अगस्त को रात्रि करीब साढ़े आठ बजे रामभज्जू की रस्सी से गला दबाकर हत्या कर दी थी और इसके बाद उसके शव को गजराज यादव के कुआं में फेंक दिया था। इस दौरान आरोपितों ने लाश पानी के ऊपर न आए, इसके लिए रामभज्जू के शव की कमर में बोरी बांधकर उसमें पत्थर भर दिए थे।