Ayodhya Ram Temple: नईदुनिया प्रतिनिधि, आलीराजपुर। अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा के दिन सोमवार को शहर के एक मुस्लिम परिवार ने सनातन में घर वापसी की है। 50 वर्षीय अयूब खान पठान ने अपनी पुत्री व बेटे के साथ विधि-विधान से पूजन कर सनातन धर्म अपनाया है। उन्होंने कहा, सनातन धर्म की संस्कृति, परंपरा और रीति-रिवाज उन्हें हमेशा से ही आकर्षित करते रहे हैं। इसलिए भगवान राम की अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा के पुनीत दिन घर वापसी का निर्णय लिया है।
आलीराजपुर शहर के कुम्हारवाड़ा निवासी अयूब खान पठान अब राजकुमार के नाम से जाने जाएंगे। उनके 22 वर्षीय पुत्र शाहरुख को नया नाम सुभाष दिया गया है। 18 वर्षीय पुत्री करिश्मा का नाम करिश्मा ही रखा गया है। अयूब ने शहर के महात्मा गांधी मार्ग पर प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर बसाए गए अयोध्या धाम में विधिपूर्वक पूजन कर सनातन में वापसी की है।
इस अवसर पर उनकी बेटी करिश्मा मौजूद रहीं, जबकि खराब स्वास्थ्य के चलते सुभाष (शाहरुख) उपस्थित नहीं हो सके। सामाजिक कार्यकर्ता जयेश भट्ट व संजय मांझी ने पूजन विधि संपन्न करवाई। पश्चात दोनों को भगवा दुपट्टा ओढ़ा व पैर धुलाने के बाद सनातन में प्रवेश दिया गया। जैसे ही पूजन विधि संपन्न हुई, अयोध्या धाम में प्रभु श्री राम के जयकारे लग उठे।
अयूब ने हिंदू महिला शारदा से निकाह किया था। इसके बाद भी शारदा सनातन धर्म का पालन करती रहीं। अयूब ने इसे लेकर कभी कोई आपत्ति नहीं जताई, बल्कि उन्हें भी हमेशा से सनातन से लगाव रहा है। यही वजह है कि उन्होंने अपनी दो बड़ी बेटियों की शादी हिंदू परिवारों में की है।
एक बेटी का विवाह राजस्थान व एक का गुजरात में किया है। पत्नी सनातनी रहीं, इसलिए परिवार में हिंदू परंपराओं का भी पालन होता रहा। राजकुमार ने बताया कि उनका जुड़ाव पहले से ही सनातन धर्म से रहा है। उन्होंने बिना किसी दबाव के पूरे विवेक से घर वापसी का निर्णय लिया है। पूजन विधि संपन्न कराने के अवसर पर कई सनातनी उपस्थित रहे।