समय की जरुरत है एनएलसी भारत
महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने भी एनएलसी भारत के आयोजकों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की।
By Arvind Dubey
Edited By: Arvind Dubey
Publish Date: Tue, 06 Jun 2023 11:20:44 AM (IST)
Updated Date: Tue, 06 Jun 2023 11:20:44 AM (IST)
मुंबई में अगले महीने होने वाले राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन (एनएलसी) भारत को कई प्रमुख नेताओं ने अपना अनुमोदन प्रदान किया है। कई नेताओं ने पार्टी लाइन से हटकर अपनी अभिव्यक्ति में कहा है कि मुंबई में हो रहे इस सम्मेलन में 2,500 से अधिक विधायकों का शामिल होना अपने आप में एक ऐतिहासिक घटना होगी।
मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में हाल ही में आयोजित एक कार्यक्रम में लोकसभा की पूर्व अध्यक्षा सुमित्रा महाजन ने कहा कि इस सम्मेलन में देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए एमएलसी और एमएलए को स्थायी मुद्दों पर चर्चा करने, विचारों का आदान-प्रदान करने और अपने-अपने राज्यों की महत्वपूर्ण चुनौतियों को कैसे निपटे, के बारे में जानने का मौका मिलेगा। आज जरुरी हो गया है कि हम पहले राष्ट्र को प्राथमिकता दें, उसके बाद राज्य और व्यक्तिगत निर्वाचन क्षेत्र के बारे में सोचे। इस तरह की सभाएं में देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए विधायकों के बीच बातचीत करने और आपसी सामंजस्य को बढ़ाने का मौका मिलता हैं, ताकि वे एक-दूसरे के निर्वाचन क्षेत्रों के बारे में जान सकें और अपने विचारों का आदान-प्रदान कर सकें।
इन नेताओं के मुताबिक भारत जैसे विविधतापूर्ण संस्कृति वाले देश के विधायकों के बीच पार्टी लाइन से हटकर सार्थक संवाद किया जाना आज अत्यंत जरुरी हो गया है। हाल के एक कार्यक्रम के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पूर्व लोकसभा अध्यक्षा डॉ मीरा कुमार ने कहा कि ऐसे बहुत कम देश हैं जहां अनेकों धर्म और संप्रदाय हैं। अगले महीने होने वाला यह सम्मेलन स्वयं में एतिहासिक होगा। यहां सामाजिक न्याय, अंतरराष्ट्रीय संबंधों व शिक्षा से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। यह एक सुनहरा अवसर है। हमें इस सम्मेलन से सीख लेनी चाहिए और उस सीख को सही तरीके से अमल करना चाहिए।
महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने भी एनएलसी भारत के आयोजकों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। श्री राहुल कराड जी, जिनके विचारों और विज़न के तहत इस सम्मेलन की परिकल्पना की गई है, का एकमात्र उद्देश्य है, देश भर के विधायकों को एक मंच पर लाना और सर्वोत्तम संसदीय प्रथाओं तथा डेमोक्रेसी के सर्वोत्तम सिद्धांतों को अपनाना, ताकि केवल देश के लोकतंत्र के मूल्यों को मजबूत बनाया जा सके और देशभर से आए विधायकों के विचारों में नई सोच और नए विचार का प्रसार किया जा सके। श्री नार्वेकर जी के ऐसे विचार अत्यंत प्रशंसनीय है।
उन्होंने कहा कि हमारे लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए इस तरह के सम्मेलन की सख्त आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जैसा कि हम सभी जानते हैं, माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, भारत आज दुनिया की 5 वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। यह दुनिया का सर्वाधिक युवा आबादी वाला देश है। यहां के युवाओं की औसत आयु 27 वर्ष है। मुझे यह भी स्वीकार करना होगा कि प्रत्येक संसदीय प्रणाली की अपनी कुछ कमियां होती हैं, लेकिन जब हम इनकी तुलना दुनिया की अन्य संसदीय प्रणालियों से करते हैं, तो यह निश्चित हो जाता है कि हम ही सर्वश्रेष्ठ हैं, और इसलिए हमें ऐसी व्यवस्था को मजबूत करने के लिए अपने-अपने तरीके से प्रयास करने चाहिए। अगर हम दुनिया में सबसे युवा आबादी वाला देश होने का लाभ लेना चाहते हैं तो हमें सबसे पहले इस देश के प्रत्येक युवा में संसदीय लोकतंत्र के मूल्यों को विकसित करना होगा।
एनएलसी भारत एक गैर-दलीय मंच है जहां भारत के प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश के विधान सभाओं के 2,500 से अधिक विधायकों (एमएलए) और विधान परिषदों (एमएलसी) के सदस्य एकजुट होंगे। इनका सम्मेलन अगले महीने 15-17 जून को मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में आयोजित होगा जहां विधान सभाओं के निर्वाचित विधायक और सदस्य अपनी प्रथाओं और नए विचारों का आदान-प्रदान एक मंच पर कर सकेंगे। हमारे देश के गौरवशाली इतिहास में यह अपनी तरह का पहला सम्मेलन है जो न केवल एक परिवर्तनकारी सोच सुनिश्चित करता है, बल्कि सदियों तक भारतीय राजनीति को एक नया आयाम देगा।
इस सम्मेलन में कानून निर्माताओं को भी विधायी प्रभावशीलता में सुधार करने और आगे उज्जवल भविष्य के लिए सुशासन को बढ़ावा देने पर बातचीत करने और नॉलेज साझा करने का अवसर मिलेगा। लोकतंत्र को मजबूत करने के उद्देश्य से भारत के प्रतिष्ठित विधायक, राष्ट्रीय औऱ अतर्राष्ट्रीय स्तर के नेता और पार्टियों के अधिकारी सम्मेलम होने वाले विभिन्न विषयगत चर्चाओं में भाग लेंगे। इस तरह के व्यापक दृष्टिकोण से भारत के डेमोक्रेसी को वैल्यूएबल इंसाइट्स और स्ट्रेटेजीस के आधार पर मजबूत किया जा सकता है।