शत्रुघ्न शर्मा, अहमदाबाद। गुजरात में विधानसभा उपचुनाव की घोषणा के साथ ही कांग्रेस को महंगाई, बेकारी, भ्रष्टाचार के मुद्दे याद आने लगे हैं। प्रदेश में किसान, निजी स्कूलों की फीस सबसे अधिक चर्चा में है, कांग्रेस इन्हीं मुद्दों पर खास फोकस कर रही है। उधर भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सार्वजनिक जीवन में 20 साल को विकास के युग के रूप में प्रचारित कर चुनाव प्रचार को राष्ट्रीय मुद्दों की ओर मोड कर मोदी के नाम पर चुनाव लडने के प्रयास में है। गुजरात की आठ विधानसभा सीट डांग, मोरबी, वलसाड जिले की कपराडा, वडोदरा की करजण, कच्छ की अबडासा, अमरेली की धारी तथा सुरेंद्रनगर जिले की लींबडी सीट के लिए 3 नवंबर को उपचुनाव होने हैं, गुरुवार से नामांकन शुरु होगा। भाजपा व कांग्रेस दोनों ही दलों के प्रदेश संसदीय बोर्ड की बैठकें हो चुकी हैं तथा हरेक सीट पर तीन तीन नामों के पैनल तैयार कर आलाकमान को भेजे गये हैं। कांग्रेस विधायकों के इस्तीफा देने के बाद ये सीटें खाली हो गई थी, इसलिए कांग्रेस खुद को इनमें से अधिकांश सीटों पर खुद को जीत की दावेदार मान रही है लेकिन भाजपा अब इन्हीं पूर्व विधायकों को भाजपा के टिकट पर मैदान में लाने की तैयारी में है ऐसे में मुकाबला रोचक होगा।
कांग्रेस इन पूर्व विधायकों के खिलाफ उनके क्षेत्रों में दलबदल करने का प्रचार कर रही है ताकि मतदाता फिर से इनके पक्ष में मतदान नहीं करें। गुरुवार को कांग्रेस ने एक वच्रर्युअल रैली का आयोजन किया है जिसमें महंगाई, बेकारी, भ्रष्टाचार तथा किसान, महिला व स्कूल फीस जैसे मुद्दों पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व सांसद अहमद पटेल व प्रभारी व सांसद राजीव सातव संबोधित करेंगे।
चुनावों की घोषणा के साथ ही कांग्रेस ने महंगाई, बेकारी, भ्रष्टाचार के मुद्दों को भी उठाना शुरु कर दिया है। कोरोना महामारी में किसानों को समर्थन मूल्य, फसल बीमा तथा निजी स्कूलों के शिक्षण शुल्क का मुद्दा गुजरात में खासा गर्म है जिसे कांग्रेस भुनाने का पूरा प्रयास कर रही है। उधर भाजपा ने एक वच्रर्युअल मीटिंग कर पीएम मोदी के सार्वजनिक जीवन के 20 साल को विकास का युग बताते हुए चुनावी प्रचार को विकास का टच देने का प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने इसमें कहा कि मोदी ने जाति, धर्म, तुष्टीकरण की राजनीति का अंत कर विकास की राजनीति को स्थापित किया है। मोदी ने सबका साथ सबका विकास की भावना से देश के करोडों लोगों के जीवन में बदलाव किया है। उनके खिलाफ िवरोधियों की ओर से किये गये अपप्रचार से विचलित हुए बिना मोदी ने जनकल्याण को ही सर्वोपरी रखा। मोदी ने दुनिया के सामने तिरंगा व भारत का सम्मान बढाया है।