साणंद जीआईडीसी के नाराज उद्योगपति मध्यप्रदेश जाने को तैयार
इस बारे में यहां के उद्योगपतियों की आगामी 9 फरवरी को बैठक आयोजित की गई है।
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Publish Date: Wed, 07 Feb 2018 11:30:17 AM (IST)
Updated Date: Wed, 07 Feb 2018 03:44:50 PM (IST)
अहमदाबाद। राज्य सरकार की नीतियों से त्रस्त उद्योगपति अब मजबूर होकर अपना कारोबार मध्यप्रदेश ले जाने को मजबूर हुए हैं। उनका आरोप है कि गुजरात सरकार लघुउद्योगों के हितों की अनदेखी कर विदेशी कम्पनियों को तवज्जों दे रही है। यहां साणंद की जीआईडीसी में 500 में से केवल 78 औद्योगिक इकाइयां ही कार्यरत हैं। इस बारे में यहां के उद्योगपतियों की आगामी 9 फरवरी को बैठक आयोजित की गई है।
अपनी विविध मांगों के बारे में सरकार से बातचीत के बाद भी कोई निराकरण न आने पर यहा के लघु व छोटे उद्योगपतियों में नाराजगी का माहौल है। उनकी तीन मुख्य मांगें वर्षों से लंबित है। राज्य सरकार उन मांगों पर ध्यान ही नहीं दे रही है।
इसी कारण उद्योगपतियों ने मध्यप्रदेश का रुख किया है। यदि इनकी बातचीत मप्र सरकार से सफलतापूर्वक सम्पन्न हो गई तो राज्य का 850 करोड़ का टर्नओवर चला जाएगा। वहीं 6500 लोग बेरोजगारी के शिकार भी हो जाएंगे।
साणंद जीआईडीसी एसोसिएशन के अध्यक्ष अजीत शाह ने बताया कि इन उद्योगपतियों की मांग है कि सरकार उन्हें कई शर्तों में छूट दें। इनमें दो वर्ष में कामकाज शुरू न हो तो दो प्रतिशत की पेनल्टी, सरकारी नियमों का पालन, प्रशासनिक कार्यों के लिए जमीन का आवंटन सहित कई छोटी-मोटी समस्याएं शामिल हैं।