Baaghi 3 Movie Review : फिल्मों में पैसा लगाना और फिर इसकी वसूली करना आसान काम नहीं है। इसके लिए मेकर्स ना जाने क्या-क्या करते हैं। 'बागी 3' के लिए भी साजिद नाडियाडवाला ने सारे फार्मूले लगाए हैं। इससे माहौल तो ऐसा बन ही गया कि पहले दिन भीड़ जमा हो जाए। अब ये बात अलग है कि अगले दिन इसका हाल एक सामान्य फिल्म जैसा हो जाए। Shraddha kapoor की यहां कोई जरूरत नहीं थी क्योंकि 'बागी 3' लव स्टोरी नहीं है, यह कहानी दो भाइयों की है।
रोनी का रोल किया है टाइगर श्रॉफ ने और विक्रम के किरदार में हैं रितेश देशमुख। रॉनी मार-धाड़ में तेज है और अपने भाई से बहुत प्यार करता है। विक्रम थोड़ा डरपोक है और इसीलिए रॉनी अपने भाई के लिए हर लड़ाई लड़ता है। उसकी हर मुश्किल में ढाल बनकर खड़ा हो जाता है।
वक्त के साथ विक्रम को पुलिस में नौकरी मिलती है। विक्रम, रॉनी की मदद से ही एक बहादुर पुलिस ऑफिसर साबित हो जाता है। इस बहादुरी के कारण पुलिस डिपार्टमेंट विक्रम को सीरिया में कुछ इंक्वायरी के लिए भेजता है। वहां विक्रम मुश्किलों में फंसता है और तो उसे छुड़ाने के लिए रॉनी, सीरिया जा पहुंचता है और दुनिया के दुश्मन से लड़ने लगता है।
'बागी' और 'बागी 2' की सफलता के बाद ही तय हो गया था कि नई कड़ी में और बड़े पैमाने पर एक्शन और स्टंट दिखाए जाएंगे। निर्देशक अहमद खान ने इस एक्शन को अच्छा बनाने के लिए केवल साजिद का पैसा फूंका है। वो इसे और खूबसूरती के साथ पर्दे पर उतार सकते थे। बेहद आम सक्सेसफुल कमर्शियल फिल्म की तरह यहां भी दर्शकों को पता होता है कि नायक जीतने वाला है।
टाइगर श्रॉफ ने अपनी हर फिल्म की तरह यहां भी स्टंट खुद किए। कई सीन वाकई हैरतअंगेज हैं। एक खास बात और नजर आती है कि टाइगर श्रॉफ यहां थोड़ इमोशनल होते भी दिखे हैं, उन्हें एक्टिंग करना भी अब आने लगा है।उनके भाई बने रितेश देशमुख अच्छे अभिनेता है इसलिए अपनी जगह हर सीन में तलाश लेते हैं।
श्रद्धा कपूर का हो या अंकिता लोखंडे इस फिल्म में उनके होने का कोई मतलब नहीं था। दोनों को यहां औपचारिकता के तौर पर रखा गया। कुल मिलाकर 'बागी 3' ऐसी फिल्म है जो आपको खुश नहीं करती है तो दुखी भी नहीं रहने देती है। इस औसत फिल्म को हम देंगे 2 स्टार।
- पराग छापेकर