एंटरटेनमेंट डेस्क, इंदौर। Suchitra Sen: हिंदी सिनेमा में 40 और 50 का दशक सबसे अलग माना जाता है, क्योंकि इस दौरान एक से बढ़कर एक खूबसूरत अभिनेत्रियों ने इंडस्ट्री में एंट्री की थी। इन्हीं में से एक रहीं सुचित्रा सेन। सुचित्रा बंगाली सिनेमा की एक बेहतरीन अदाकारा मानी जाती थीं।
उन्होंने अपने खूबसूरती और अदाकारी से लोगों के दिलों पर खूब राज किया था। इतना ही नहीं, उन्हें बंगाल की मधुबाला कहा जाता था। सुचित्रा के चेहरा एक्ट्रेस मधुबाला के साथ काफी मिलता था। सुचित्रा ने अपने फिल्मी करियर में एक से बढ़कर एक फिल्में दी थीं।
उन्हें हिंदी फिल्मी इंडस्ट्री में ब्रेक भी देवदास फिल्म के साथ मिला था, जो कि सुपरहिट साबित हुई थी। सुचित्रा का फिल्मी करियर काफी दिलचस्प रहा है। आज हम आपको उनकी प्रोफेशनल लाइफ से जुड़े कुछ किस्से सुनाने जा रहे हैं, जिन्हें बाॅलीवुड एक्ट्रेस तबस्सुम ने अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर किया था।
सुचित्रा सेन का जन्म 1931 में बांग्लादेश में हुआ था। उनका पूरा नाम रोमादास गुप्ता था। सुचित्रा के 8 भाई-बहन थे। 1947 में उनका पूरा परिवार कलकत्ता आ गया। यहां आते ही उनके माता-पिता ने सुचित्रा की शादी तय कर दी। वे उस समय सिर्फ 16 साल की थीं। शादी के पांच सालों बाद उन्होंने फिल्मों में एंट्री की।
सुचित्रा एक बेहद ही खूबसूरत और टैलेंटेड एक्ट्रेस थीं। वहीं, उनके पति काफी अमीर और रईस थे। दोनों को अपनी-अपनी चीजों पर काफी गर्व था, जिसके कारण उनके बीच मतभेद शुरू हो गए। एक दिन आया जब उनके पति उन्हें छोड़कर अमेरिका चले गए।
कुछ समय बाद सुचित्रा ने खुद ही फिल्मों में काम करना छोड़ दिया। ढलती उम्र के कारण उन्होंने फैसला किया कि वे फिल्मों में काम नहीं करेंगी। फिल्म लाइन छोड़ने के बाद वे बहुत आध्यात्मिक हो गई थीं।
बता दें कि भारत सरकार ने सुचित्रा सेन को पद्मश्री से नवाजा था। जब उन्हें दादा साहब फाल्के अवार्ड देने की घोषणा की गई, तो उन्होंने लेने से साफ इंकार कर दिया। उनका कहना था कि वे दोबारा लाइमलाइट में नहीं आना चाहतीं। साल 2014 में सुचित्रा सेन ये दुनिया छोड़ कर चली गईं, उन्हें हार्ट अटैक आ गया था।