Miss World 1996 Controversy: 27 साल बाद भारत में मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। मिस वर्ल्ड ऑर्गनाइजेशन ने मेजबानी के लिए भारत को चुना है। भारत में आखिरी बार 1996 में प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। लेकिन तब पूरे देश में हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। इसे आयोजित करने वाली अमिताभ बच्चन की एबीसीएल कंपनी पर करोड़ों का नुकसान हुआ था।
इस खबर में आप भारत में हुए मिस वर्ल्ड पेजेंट की पूरी कहानी जानेंगे। इसके अलावा प्रतियोगिता कब शुरू हुई और 1996 में किसने जीता था खिताब। आइए जानते हैं।
मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता 1951 में ब्रिटेन में शुरू हुई थी। द्वितीय विश्व युद्ध के कुछ सालों बाद ब्रिटिश सरकार ने ब्रिटेन महोत्सव का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में औद्योगिक उत्पादों, नए तकनीकी आविष्कारों और कलाओं का प्रदर्शन किया गया। माका लिमिटेड को कार्यक्रम के आयोजन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। कंपनी के प्रचार निदेशक एरिक मॉर्ले कई लोगों को एकत्रित करना चाहते थे।
उसके लिए एरिक मॉर्ले एक सौंदर्य प्रतियोगिता आयोजित करने का निर्णय लिया। शुरुआत में यह तय किया गया था कि जज बिकिनी पहने महिला प्रतियोगियों को अंत प्रदान करेंगे। लेकिन आयरलैंड और स्पेन ने इसका विरोध किया। इसके बाद वन पीस बाथिंग सूट में प्रतिस्पर्धा कराने का निर्णय लिया गया। टीवी पर आने के बाद इस प्रतियोगिता की लोकप्रियता एक नए शिखर पर पहुंच गई। यह ब्रिटेन में सबसे ज्यादा देखा जाने वाला शो बन गया।
मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता नवंबर-दिसंबर 2023 में होने वाले फाइनल राउंड से पहले एक महीने तक चलेगी। फस्ट राउंड में सफल होने वाले उम्मीदवारों को अंतिम राउंड में शामिल किया जाता है।
वर्ष 1991 के बाद भारत ने एक नई आर्थिक नीति को अपनाया। उदारीकरण और वैश्वीकरण ने देश की अर्थव्यवस्था को खोल दिया। इससे विदेशी कंपनियां भारत आने लगी। कई इंटरनेशनल कंपनियां इंडिया के बड़े बाजार से आकर्षित हुई। 19 नवंबर 1994 को ऐश्वर्या राय मिस वर्ल्ड और 21 मई 1994 को सुष्मिता सेन मिस यूनिवर्स बनी। इस वजह से भारत में इस तरह के ब्यूटी पेजेंट लोकप्रिय होने लगे।
- 1996 में भारत को पहली बार मिस वर्ल्ड की मेजबानी का मौका मिला। अमिताभ बच्चन की कंपनी एबीसीएल को मेजबानी की जिम्मेदारी दी गई थी। यह कार्यक्रम बेंगलुरु में आयोजित किया गया था। इस प्रतियोगिता के आयोजन के बाद एबीसीएल को भारी आर्थिक नुकसान हुआ था।
- मिस वर्ल्ड पेजेंट को पूरे देश में भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। प्रदर्शनकारियों ने आत्मदाह तक कर लिया। नारीवादी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि प्रतियोगिता महिलाओं और हिंदू संस्कृति का अपमान कर रही है।
- दक्षिणपंथी संगठनों ने भी प्रतियोगिता की आलोचना की। वाम दलों ने आरोप लगाया कि यह प्रतियोगिता देश में वैश्वीकरण की लहर ला रही है। उन्होंने मांग उठाई की कि हमें मिस वर्ल्ड के बजाय गरीबी और महिला सशक्तिकरण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए।
इन तमाम विरोधों के बावजूद भारत में मिस वर्ल्ड पेजेंट 1996 का आयोजन किया गया था। प्रिलिमनरीज की शूटिंग इंडिया और सेशेल्स में की गई थीं। ग्रीस की 18 वर्षीय इरेन स्किलवा ने खिताब जीता था। इन तमाम विरोधों और आत्मदाह में एक रक्षक की मौत के बावजूद, भारत में टूर्नामेंट आयोजित किया गया था। ग्रीस की 18 वर्षीय मॉडल इरीना स्किलीवा (Irene Skliva) ने 'मिस वर्ल्ड' होने का सम्मान जीता। उन्हें वेनेजुएला की जैकलीन एगुइलेरा (Jacqueline Aguilera) ने ताज पहनाया था।