Govinda Sanjay Dutt Relations: 90 के दशक के लोगों को गोविंदा और संजय दत्त की जोड़ी खूब पसंद आती है। जब भी ये दोनों स्क्रीन पर आते थे तो कॉमेडी में चार चांद लग जाते थे। दोनों ने साथ में कई हिट फिल्में दो कैदी, हसीना मान जाएगी, जोड़ी नं 1, एक और एक ग्यारह जैसी फिल्में दी है। आज भी इन फिल्मों को लेकर लोगों में क्रेज बना हुआ है। इन दोनों को साथ में लोगों द्वारा खूब पसंद किया जाता था। ये दोनों कैमरा पर अपनी अच्छी दोस्ती शेयर करने के साथ-साथ असल जिंदगी में भी बहुत अच्छे दोस्त थे। दोनों काफी अच्छे दोस्त थे जिसके कारण वे सेट पर फुरसत के पलों में खूब मस्ती किया करते थे। साल 2000 की शुरुआत में गोविंदा और संजय दत्त को अपने करियर में कई उतार चढ़ाव देखने पड़े। लेकिन इसका असर उनकी दोस्ती पर नहीं हुआ। कई बार गोविंदा ने दोनों की दोस्ती को लेकर भी बातें शेयर की थी। लेकिन एक समय ऐसा आया जहां दोनों की दोस्ती में दरार आ गई।
गोविंदा और संजय दत्त के रिश्ते में दरार
एक बार एक इंटरव्यू में गोविंदा मे संजय दत्त को लेकर कहा था कि 'वे काफी नासमझ व्यक्ति है'। और देखते ही देखते चीजें बदल गई जब मीडिया ने संजय दत्त की एक बातचीत की रिकार्डिंग लीक कर दी थी। उस रिकार्डिंग में संजय दत्त अंडरवर्ल्ड डाॅन छोटा शकील से बात कर रहे थे। उसमें वे गोविंदा के बारे में बात कर रहे थे। जिसे सुनकर गोविंदा काफी शाॅक में थे कि संजय दत्त उनके बारे में इतनी छोटी सोच रखते हैं। गोविंदा ने इन बातों का कोई मुद्दा नहीं बनाया बल्कि वे इस मामले में शांत ही रहे। लेकिन बाद में उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि 'दिल अब खट्टा हो गया ना।' इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि 'ऐसे व्यक्ति से और क्या ही उम्मीद लगाई जा सकती है जो खुद अपने पिता की इज्जत नहीं करता। सुनिल साहब एक संत है जबकि संजय दत्त कितनी पीछे छुट गए हैं।' साथ ही डेविड धवन की फिल्म कुली नंबर वन में भी संजय दत्त और गोविंदा साथ में काम कर रहे थे लेकिन उस समय तक दोनों में मतभेद हो चुके थे जिसको लेकर फिल्म डायरेक्टर हमेशा दोनों के बीच फंस जाते थे। वहीं एक बार गोविंदा और डायरेक्टर डेविड के बीच विवाद हुआ था। उस विवाद में संजय दत्त बीच में कूद गए थे और गोविंदा के खिलाफ डेविड का पक्ष लिया था। साथ ही उन्होंने गोविंदा को यह भी कहा थी कि वे अपना जिद्दीपना छोड़ दें।
गोविंदा ने की कई बार कोशिश
सालों बाद गोविंदा ने संजय के साथ अपने संबंध सुधारने की कोशिश की थी। लेकिन उस समय साल 2007 में संजय को जेल भेज दिया था। जिसके बाद गोविंदा ने यह भी कहा था कि अगर 'मैं राजनीति छोड़ देता तो मैं संजय से कभी नहीं मिल पाता। मैं आखिरी बार उनसे उनके पिता के देहांत के समय 2005 में ही मिला था।' साथ ही कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गोविंदा ने कई बार संजय दत्त से बात करने के कोशिश की लेकिन बात हो नहीं पाई। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी गोविंदा ने संजय से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन में पहुंच से बाहर थे। इन सब को देखकर ये कहा जा सकता है कि गोविंदा और संजय के बीच अब भी संबंध खराब ही है।