Roopa Ganguly देश के कुछ हिस्सों में नागरिकता बिल (CAB) में संशोधन और उसे कानून के रूप में मंजूरी(CAA) दिए जाने के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। जहां विपक्ष इस पर हंगामा कर रहा है वहीं सरकार इसे सही करार दे रही है। इस बीच Actressऔर BJP नेता Roopa Ganguly ने इस एक्ट को लेकर जो बात कही है वो सोचने को मजबूर कर देती है। Roopa Ganguly पश्चिम बंगाल की भाजपा नेता हैं और उन्होंने ट्वीट कर अपने साथ हुए घटनाक्रम को याद किया है। रूपा ने बताया है कि जब वो बांग्लादेश में थीं तो इन्हें किस तरह के घटनाक्रम से गुजरना पड़ा था। वो अपनी मां के साथ भागी थीं, तब बची थी जान।
अपने ट्वीट में Roopa Ganguly ने इस बिल को लाने के लिए गृहमंत्री Amit Shah को धन्यवाद दिया। इसके बाद उन्होंने बताया कि है कि जब वो 7 साल की थीं तब अगर उनकी मां बांग्लादेश से बुरखा पहनकर नहीं निकलती तो आज वो भारत में नहीं बल्कि बांग्लादेश में किसी मुस्लिम की पत्नी होती। गांगुली ने बताया कि वो अपनी मां के साथ बुरखा पहनकर दिनाजपुर से भागी थीं।
Roopa Ganguly के अनुसार, लोग उनके अपहरण के लिए आए थे और वो बाल-बाल बच गईं। उन्होंने पूछा कि ऐसे लोग भारत में नहीं तो कहां जाएंगे। उन्होंने कहा, हमने कितनी बार अपना घर बदला, कितनी बार हम उड़वस्तु में रहे। उन्होंने इस दौरान विपक्षी दलों को बहस के दौरान अपने हावभाव से शरणार्थियों की स्थिति का मजाक उड़ान के लिए फटकार लगाई है।
रूपा ने आगे कहा कि उनके पिता बांग्लादेश में ही मरना चाहते थे। वो अपनी ही फैक्ट्री में वर्कर बन गए थे। मैंने इस बात का हमेशा सम्मान किया कि अकेली संतान होने की वजह मुझे उनका पासपोर्ट बदलवाना चाहिए लेकिन मैंने नहीं किया। वो हमें 12 फरवरी 2014 को छोड़कर चले गए।
सांप्रदायिक सौहार्द पर गांगुली बोलीं कि लोग उन्हें यह ना सिखाएं। उनकी आंटी ने एक मुस्लिम से शादी की है और वो भी इसी परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उन्होंने अपने आखिरी ट्वीट में लिखा है कि कोई भी यह नहीं समझ सकता कि अपनी जिंदगी फिर से शुरू करना, अपना घर छोड़कर जाना वो भी अपने भगवान की एक मूर्ति हाथ में लेकर, कैसा हो सकता है।