मुंबई। आखिरकार उद्धव ठाकरे की गठबंधन की सरकार बन ही गई। अब ठाकरे के सामने पूर्ववर्ती सरकार से खुद को बेहतर साबित करने की चुनौती है। आज शपथ ग्रहण के पहले गठबंधन के नेताओं ने कुछ बड़े दावे किए हैं। अब इस सरकार के सामने इन दावों के दम पर महाराष्ट्र की जनता का विश्वास जीतने की चुनौती है।
न्यूनतम साझा कार्यक्रम में किए बड़े-बड़े वादे
सरकार बनाने से पहले शिवसेना-राकांपा और कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर अपने गठबंधन के नाम का एलान करते हुए न्यूनतम साझा कार्यक्रम भी जारी किया। इस पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, राकांपा प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के हस्ताक्षर हैं। तीनों दलों ने गठबंधन को 'महा विकास अघाड़ी नाम दिया है। साझा कार्यक्रम की शुरुआत में कहा गया है कि यह गठबंधन संविधान में वर्णित धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को लेकर प्रतिबद्ध है। इसका खासतौर से जिक्र करने का मतलब है कि शिवसेना अपने मूल एजेंडे 'हिंदुत्व को ताक पर रखकर सरकार के नेतृत्व के लिए तैयार हुई है।
साझा कार्यक्रम के 10 मुख्य वादे
1. किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा।
2. फसल बीमा योजना में बदलाव कर नुकसान झेल चुके किसानों को तुरंत मदद मुहैया कराई जाएगी।
3. सूखा ग्रस्त इलाकों में जलापूर्ति की व्यवस्था दुरुस्त करेंगे।
4. राज्य सरकार में खाली पड़े पदों को भरने की प्रक्रिया तुरंत शुरू की जाएगी।
5. शिक्षित बेरोजगार युवाओं के लिए एक फेलोशिप का एलान किया जाएगा।
6. नौकरियों में स्थानीय युवाओं के लिए 80 प्रतिशत आरक्षण करेंगे।
7. महिलाओं की सुरक्षा सबसे पहली प्राथमिकताओं में से एक है।
8. मुंबई और पूरे महाराष्ट्र में झुग्गीवासियों को 500 वर्ग फीट कारपेट एरिया मुफ्त उपलब्ध कराया जाएगा, जो अब तक 300 वर्ग फीट था।
9. सभी नागरिकों को सस्ती व अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए 1 रुपए वाले क्लीनिक शुरू होंगे।
10. राज्य के सभी नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाएगा।
भगवा कुर्ते में आए उद्धव मंच से जनता को नमन
शपथ लेने के लिए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भगवा कुर्ता व सफेद पाजामा पहनकर आए थे। उन्होंने मराठी में शपथ ली। इसके बाद उन्होंने पूरे आदर के साथ मंच से जनता को नमन किया। पूरे समारोह के दौरान कार्यकर्ताओं ने जय महाराष्ट्र के नारे लगाते रहे।