चिकली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दल एक दूसरे पर हमला करने से नहीं चूक रहे हैं। शुक्रवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं गृहमंत्री अमित शाह ने भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में रैली की। इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कांग्रेस और एनसीपी पर जमकर निशाना साधा। शाह ने दोनों पार्टियों पर राजनीति में परिवारवाद बढ़ाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह पार्टियां अपने परिवार के लिए काम करती हैं। जबकि भाजपा और शिवसेना का हमेशा देश के हित में ही ध्यान रहता है। अमित शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस की यूके यूनिट का एक डेलिगेशन ब्रिटेन की लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कॉर्बियन से मिलकर कश्मीर मसले पर चर्चा कर रहा है।
अमित शाह ने कहा कि 'राहुल गांधी को इस मामले को लेकर माफी मांगना चाहिए। क्योंकि भारत पहले ही साफ कर चुका है कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है और इसके किसी भी तीसरी पार्टी की कोई भूमिका नहीं है। राहुल गांधी को इस मामले पर अपना स्टैंड साफ करना चाहिए।'
बुलढ़ाना में जनसभा को संबोधित करने के दौरान विपक्ष द्वारा अनुच्छेद 370 हटाए जाने का विरोध करने पर भी अमित शाह ने सभी को कटघरे में खड़ा किया। इस दौरान शाह ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी कर उसका विशेष राज्य का दर्जा खत्म करने पर पीएम मोदी के निर्णय को ऐतिहासिक करार दिया।
शाह ने कहा कि पीएम मोदी के अलावा किसी भी प्रधानमंत्री ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए को छूने की हिम्मत नहीं दिखाई थी। लेकिन दूसरी बार जनता का ऐतिहासिक जनादेश मिलने के बाद सरकार द्वारा यह बड़ा कदम उठाया गया।
इस दौरान शाह ने कहा कि 'महाराष्ट्र के लोगों को तय करना होगा कि उन्हें कांग्रेस और एनसीपी चाहिए जो खुद के परिवार के लिए काम करते हैं या फिर भाजपा और शिवसेना जो हमेशा सिर्फ देशहित के बारे में ही सोचते हैं।'
अमित शाह ने NRC का भी किया जिक्र
गृह मंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन के दौरान नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स (NRC) का भी जिक्र करते हुए कहा कि NRC 2024 तक लागू हो जाएगा। देश में मौजूद हर घुसपैठिये को भारत से बाहर खदेड़ा जाएगा।