राज्य ब्यूरो, भोपाल। प्रदेश में जय-वीरू का विवाद का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बीच कथित नाराजगी पर राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने दोनों को जय-वीरू बताया था तो प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने दोनों की जोड़ी को लुटेरी बताया था। अब केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने दिमनी में कहा कि वे आज जय और वीरू बने हैं। हमने और शिवराज जी ने जय और वीरू की जोड़ी बनकर काम किया है। इस पर कमल नाथ ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शिवराज जी तो अदाकारी के लिए पहले से ही मशहूर हैं, अब नरेंद्र सिंह तोमर जी भी फिल्मी पात्रों पर शोध कर रहे हैं। भाजपा आपात बैठक बुलाकर तय कर ले कि उनके यहां कौन गब्बर है और कौन सांभा।
टिकट वितरण को लेकर कमल नाथ और दिग्विजय सिंह के बीच जब से नाराजगी की बात सामने आई है, तब से प्रदेश में जय और वीरू की जोड़ी की चर्चा चल रही है। दरअसल, बार-बार पूछे जाने पर इस प्रश्न को लेकर पत्रकारवार्ता में रणदीप सिंह सुरजेवाला ने दोनों की जोड़ी को जय और वीरू की जोड़ी बताया था। इस पर भाजपा के नेताओं ने कांग्रेस को घेरा। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने पत्रकार वार्ता ने दोनों की जोड़ी को लुटेरी जोड़ी बताया तो गुरुवार को मैहर की सभा में सुरजेवाला के बयान के हवाले से घेरते हुए कहा कि फिल्म में दोनों की भूमिका क्या थी।
उधर, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने अपनी और शिवराज सिंह चौहान की जोड़ी बताया। इस पर इंटरनेट मीडिया एक्स पर कमल नाथ ने पोस्ट किया कि मध्य प्रदेश की जनता चाहती है कि उसके मुद्दों पर चर्चा हो लेकिन भाजपा के नेताओं को फिल्मी बातें सूझ रही हैं। बेहतर होगा भाजपा एक आपात बैठक बुलाकर यह तय कर ले कि उनके यहां कौन गब्बर है और कौन सांभा। एक ही बार में सबको फिल्मी नाम दे दिए जाएं ताकि बाकी समय जनता के मुद्दों पर भी भाजपा सोच सके।