MP Election 3023 नईदुनिया प्रतिनिधि, अशोकनगर। कांग्रेस पार्टी द्वारा टिकट वितरण के बाद अब पार्टी स्तर पर प्रत्याशी का विरोध होना शुरू हो गया है। गुरुवार को कांग्रेस से इस विधानसभा चुनाव में टिकट की दावेदारी कर रहे अहिरवार समाज के दावेदारों ने एकत्रित होकर टिकट बदलने की मांग को लेकर भोपाल कूच किया।
इस दौरान बड़ी संख्या में समाज के लोग एकत्रित करे। दावेदारी कर रहे कार्यकर्ताओं ने बताया कि अगर वरिष्ठ नेतृत्व द्वारा उनकी आवाज को नहीं सुना गया तो वे सामूहिक तौर पर पार्टी से इस्तीफा दे देंगे।
टिकट वितरण से पहले अंदरूनी तौर पर चल रही कार्यकर्ताओं के बीच की गुटबाजी अब खुलकर सामने आ गई है। गुरुवार को अशोकनगर विधानसभा सीट के लिए कांग्रेस द्वारा घोषित प्रत्याशी हरिबाबू राय को प्रत्याशी घोषित किया गया है। उनके प्रत्याशी घोषित होने के बाद अपने-अपने स्तर पर दावेदारी कर रहे अहिरवार समाज के सभी दावेदारों ने मीटिंग कर एकजुट होते हुए घोषित प्रत्याशी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। सुबह बड़ी संख्या में समाज के लोगों को एकत्रित कर वाहनों से लोगों को लेकर समाज के लोग भोपाल पहुंचे जहां उन्होंने वरिष्ठ नेतृत्व के समक्ष अपनी बात कही।
गौरतलब है कि अशोकनगर विधानसभा सीट अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं ऐसे में हरिबाबू राय तो अनुसूचित वर्ग में आते हैं लेकिन विरोध करने वाले अहिरवार समाज के लोगों का कहना है कि हमारी समाज की संख्या तीनों विधानसभा क्षेत्र में करीब एक लाख से अधिक है। जबकि जिनको प्रत्याशी घोषित किया गया है उनकी जनसंख्या न के बराबर है। ऐसे में उनके द्वारा समाज के ही एक व्यक्ति को टिकट देने की मांग की जा रही है।
अहिरवार समाज से जुड़े जिन कांग्रेसी नेताओं द्वारा विरोध किया जा रहा है उनमें विधानसभा की दावेदारी कर रहे नरेंद्र आर्य, त्रिलोक अहिरवार, आशा दोहरे, रमेश इटोरिया सहित अन्य लोग शामिल हैं। हालांकि देखा जाए तो उपचुनाव के दौरान कांग्रेस की तरफ से आशा दोहरे को मैदान में उतारा गया था जो भाजपा प्रत्याशी से पराजित हो गई थीं। ऐसे में अब एक बार फिर अहिरवार समाज के दावेदार कांग्रेस पार्टी की तरफ से सशक्त दावेदारी कर रहे हैं।
एक तरफ अशोकनगर विधानसभा सीट पर विरोध दर्ज करना शुरू कर दिया है तो वहीं दूसरी तरफ मुंगावली में भी टिकट की दावेदारी कर रहे कई कांग्रेसी प्रचार में नजर नहीं आ रहे हैं। बुधवार को मुंगावली में कांग्रेस कार्यालय का शुभारंभ था लेकिन इस कार्यक्रम में कई कांग्रेसी जो पिछले कुछ सालों से संगठन के कामकाज देख रहे थे वे फिलहाल दिखाई नहीं दे रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि शुक्रवार को दिग्विजय सिंह का अशोकनगर आगमन है। जो शायद असंतुष्टों को संतुष्ट कर सकें।
एक तरफ कांग्रेस में टिकट की दावेदारी कर रहे कार्यकर्ताओं ने अपनी ही पार्टी के द्वारा घोषित प्रत्याशी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है तो दूसरी तरफ अभी जिले में भाजपा के दो विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्याशी घोषित नहीं किए गए हैं। वहीं दूसरी तरफ चंदेरी विधानसभा में अभी तक इस तरह की स्थिति दोनों की पार्टियों में देखने को नहीं मिली है।