चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा चुनाव में अब तक मिल रहे रुझानों से दिग्गजों के सियासी गणित गड़बड़ाते दिखाई दे रहे हैं। माना जा रहा था कि भाजपा एक बार फिर यहां पूर्ण बहुमत हासिल करेगी लेकिन शुरुआती मतगणना के बाद अब हरियाणा में त्रिशंकू सरकार बनने के आसार पैदा होने लगे हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही मुख्य दलों को बहुमत मिलता दिखाई नहीं दे रहा है। ऐसे में क्षेत्रीय पार्टियां महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। जननायक जनता पार्टी (JPP) को 10 सीटें मिलने के रूझान सामने आ रहे हैं। ऐसे में JPP की अगुवाई करने वाले दुष्यंत चौटाला सूबे में 'किंग मेकर' की भूमिका निभा सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों ने दुष्यंत चौटाला से नतीजे आने के पहले ही संपर्क भी कर लिया है।
दुष्यंत ने ली है मास्टर्स ऑफ लॉ की डिग्री
जननायक जनता पार्टी के संस्थापक दुष्यंत चौटाला हरियाणा के रसूखदार राजनीतिक घराने से ताल्लुक रखते हैं। उनके दादा ओम प्रकाश चौटाला हैं। दुष्यंत की शुरुआती शिक्षा हिसार से हुई है। विकीपीडिया के मुताबिक दुष्यंत ने हिसार के सेंट मेरी स्कूल और हिमाचल प्रदेश के द लॉरेंस स्कूल से स्कूलिंग की। इसके बाद उन्होंने कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी से बीएससी (बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन) में डिग्री ली। इसके बाद दुष्यंत ने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी से 'मास्टर्स ऑफ लॉ' की डिग्री हासिल की।
ओपी चौटाला के पोते हैं दुष्यंत चौटाला
दुष्यंत चौटाला हरियाणा के बड़े राजनीतिक घराने से ताल्लुक रखते हैं। दुष्यंत चौटाला ओम प्रकाश चौटाला के पोते हैं। उन्होंने जननायक जनता पार्टी (JPP) को बनाया है। इस पार्टी का गठन नेशनल लोक दल में खींचतान के बाद हुई दो फाड़ के बाद हुआ। जेपीपी ने इस बार पूर्व मंत्री, पूर्व सांसदों के साथ ही पूर्व विधायकों को भी मैदान में उतारा था। जिनकी नेशनल लोक दल से पटरी नहीं बैठ पाई थी।
शुरुआत से ही माना जा रहा था कि दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेपीपी हरियाणा में भाजपा और कांग्रेस दोनों मुख्य दलों की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं। ऐसा ही अब रुझानों में दिखाई दे रहा है।
भाजपा, कांग्रेस में कांटे की टक्कर
हरियाणा में भाजपा को बड़ा झटका लगता दिखाई दे रहा है। दरअसल, ज्यादातर एक्जिट पोल्स में हरियाणा में भाजपा द्वारा पू्र्ण बहुमत की सरकार बनाने का दावा किया गया था। लेकिन देवेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में कांग्रेस शुरुआती रुझानों के मुताबिक बेहतर प्रदर्शन करती नजर आ रही है। सूबे की कई सीटों पर जहां कांग्रेस ने बढ़त बना ली है, वहीं कई सीटों पर नजदीकी मुकाबला जारी है।