रायपुर (राज्य ब्यूरो)। CG Vidhan Sabha Chunav 2023: विधानसभा चुनाव में इस बार मुकाबला भ्रष्टाचार बनाम गारंटी के बीच हो रहा है। भाजपा भूपेश सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर घेरने में लगी हुई है। चुनावी प्रवास पर पहुंच रहे केंद्रीय नेता अपनी सभाओं में शराब घोटाला, कोयला घोटाला, पीएससी भर्ती घोटाला, महादेव आनलाइन सट्टा एप को संरक्षण आदि का आरोप लगा रहे हैं।
वहीं कांग्रेस भी केंद्र सरकार और भाजपा को निशाने पर रखने में कोई कसर बाकी नहीं रख रही है। कांग्रेस अदाणी और अंबानी को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाते हुए पीएम नरेन्द्र मोदी को घेर रही है। साथ ही भाजपा के 15 वर्षों के शासनकाल में हुए तथाकथित घोटालों पर सवाल कर रही है। साथ ही वह अब तक घोषित आठ गारंटी को अपनी ताकत बताते हुए भाजपा को चुनौती भी दे रही है।
कांगेस अब तक हुई चुनावी सभाओं में केजी से पीजी तक निश्शुल्क शिक्षा, 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान की खरीदी, 17.50 लाख परिवारों को आवास, किसानों की कर्ज माफी, जाति आधारित जनगणना कराने, तेंदूपत्ता संग्राहकों को चार हजार रुपये सालाना बोनस देने, 10 लाख का स्वास्थ्य बीमा, भूमिहीन किसानों को 10 हजार रुपये सालाना, 200 यूनिट बिजली बिल मुक्ति, महिला समूह के ऋणों की माफी, 100 नए ग्रामीण औद्योगिक पार्क, सड़क दुर्घटना और आकस्मिक दुर्घटनाओं में छत्तीसगढ़वासियों को निश्शुल्क स्वास्थ्य की सुविधा, परिवहन व्यवसाय से जुड़े 6,000 से अधिक वाहन मालिकों के 2018 तक के बकाया कर्ज की माफी आदि घोषणा कर चुकी है।
प्रदेश में केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई के बाद कोयला और शराब घोटाले जैसे मुद्दों को लेकर भाजपा पहले से ही आक्रामक है। अब भाजपा के शीर्ष नेताओं ने छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रवक्ताओं, मीडिया प्रभारियों को इस मामले में अधिक आक्रामक होने की हिदायत दी है। भ्रष्टाचार के अलावा भाजपा प्रधानमंत्री आवास योजना, धान व किसान, मतांतरण और नियमितीकरण को मुद्दा बनाते हुए घेरने में लगी है।