अफजाल अंसारी की उत्तर प्रदेश में बाहुबली नेताओं में गिनती होती है। साल 2019 में अफजाल अंसारी ने सपा-बसपा गठबंधन में बसपा से चुनाव लड़कर तत्कालीन रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा को हराया। 2004 के लोकसभा चुनाव में सपा से पहली बार सांसद बने। हालांकि वर्ष 2009, 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। पहली बार वर्ष 1985 में उन्होंने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के टिकट पर मुहम्मदाबाद से विधानसभा चुनाव लड़ा और जीतकर विधायक बने। इसके बाद उनका जीत का सिलसिला 1989, 1991, 1993 और 1996 तक चलता रहा। हालांकि वर्ष 2002 के विधानसभा चुनाव में वह भाजपा के कृष्णानंद राय से हार गए।
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