MP Election 2023: सद्गुरु शरण। मध्य प्रदेश में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चुनाव सभाओं में एक नया नारा गूंज रहा है, ‘हर-हर योगी, घर-घर योगी’। वर्ष 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान ऐसा नारा नरेन्द्र मोदी के समर्थक बुलंद करते थे। अब बदली संज्ञा के साथ इसका नया जन्म हुआ है।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रचार में योगी आदित्यनाथ भाजपा के मारक अस्त्र के रूप में लोकप्रिय हो रहे हैं जिसकी काट कांग्रेस के पास नहीं दिखती। बताया जा रहा है कि भाजपा के लगभग सभी प्रत्याशी अपने क्षेत्र में योगी की सभा करवाना चाहते हैं। उन्हें जीत की गारंटी माना जा रहा है।
योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को देवास और शाजापुर जिलों में सभाएं कीं। देवास जिले की खातेगांव सीट की सभा में योगी के मंच की ओर बढ़ते ही सभास्थल ‘हर-हर योगी, घर-घर योगी’ के नारे से गूंजने लगा।
सीट के भाजपा प्रत्याशी आशीष शर्मा अपने स्वागत संबोधन में थोड़े संकोच के साथ एक संयोग का उल्लेख कर रहे हैं। वह बताते हैं, वर्ष 2008 विधानसभा चुनाव में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी खातेगांव सीट पर सभा करने आए थे। इसके बाद 2014 में वह प्रधानमंत्री बन गए। आज योगी आदित्यनाथ खातेगांव आए हैं .....।
इसके आगे आशीष ने जो कहा, वो ‘हर-हर योगी, घर-घर योगी’ नारे के शोर में डूब गया। योगी चुनाव सभाओं में संक्षिप्त भाषण देते हैं, मुश्किल से 15-20 मिनट। बहरहाल, इतनी अवधि में ही वह श्रोताओं के दिल-दिमाग में उतर जाते हैं। वैसे उनके भाषण में कोई अनोखी या अनकही बात नहीं होती।
अनोखी है, उनकी शैली की विश्वसनीयता। वह विनम्रतापूर्वक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में अपनी उपलिब्धयां गिनाते हैं जिस पर खूब तालियां बजती हैं। वह बताते हैं, साढ़े छह साल पहले उत्तर प्रदेश में हर तरह के माफिया हुआ करते थे, आज यह संज्ञा इतिहास का हिस्सा बन चुकी है।
सड़क पर तनकर चलने वाले गुंडे अब नजर नहीं आते। योगी का भाषण हो और राम मंदिर का जिक्र न हो, यह कैसे संभव है? वह कहते हैं कि राम मंदिर का निर्माण वर्ष 1947 में ही शुरू हो सकता था लेकिन कांग्रेस रोड़े अटकाती रही।
पीएम नरेन्द्र मोदी ने बाधाएं दूर कीं और मंदिर का निर्माण हो गया। अगली 22 जनवरी को रामलला के भव्य मंदिर में प्रभु राम विराजमान हो जाएंगे। पूरे भाषण में योगी के निशाने पर कांग्रेस रहती है। वह बेरहमी से प्रहार करते हैं। कहते हैं, कांग्रेस हर समस्या की जड़ हैं।
कांग्रेस की वजह से राजस्थान और छत्तीसगढ़ आज भी बीमारू राज्य हैं जबकि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश इस श्रेणी से बाहर निकल आए। योगी कहते हैं कि कांग्रेस को खत्म कर दो, देश की सारी समस्याएं खत्म हो जाएंगी।
योगी की वक्तव्य शैली में अब पूर्ण परिपक्वता दिखती है, इसके बावजूद उनका बिंदास अंदाज पूर्ववत है। कांग्रेस को लक्ष्य पर लेकर वह कहते हैं कि अपने शासनकाल में कांग्रेस देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का बताती थी। यह बेशर्मी की हद है।
देश के विभाजन के बाद इसके संसाधनों पर मुसलमानों का पहला हक कैसे हो सकता है? वह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की प्रशंसा करना नहीं भूलते। योगी बोले, मध्य प्रदेश ने पिछले 20 वर्षों के दौरान कृषि क्षेत्र में जो क्रांति की है, उसके लिए शिवराज सिंह सराहना के हकदार हैं।
संबोधन खत्म करने से पहले वह प्रधानमंत्री मोदी की शैली में समर्थकों से हाथ उठवाकर हामी भरवाते हैं। वह बार-बार कहना नहीं भूलते कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की मौजूदा खुशहाली डबल इंजन सरकार की देन है, इसलिए इस सुयोग को टूटने मत देना।