Bharat Mandapam: राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मातृभाषा में शिक्षा, नवाचार प्रोत्साहित करने और भारत को नई प्रौद्योगिकी का केंद्र बनाने पर विशेष बल दिया गया है। शिक्षा नीति के तीन साल पूरे होने पर दिल्ली में नवनिर्मित भारत मंडपम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी उपलब्धियों और भविष्य की राह पर चर्चा के लिए शिक्षा समागम 2023 का उद्घाटन किया। समागम में एक तरफ शिक्षा क्षेत्र के विभिन्न विषयों पर चर्चाएं और संवाद हुए वहीं दूसरी तरफ मातृभाषा में शिक्षा और नई प्रौद्योगिकी के थीम्स पर प्रदर्शनी लगाई गई। इस प्रदर्शनी में देश भर से कई शिक्षाविद्, शिक्षण संस्थान और उद्यमी पहुंचे। प्रदर्शनी में भारत की भाषाओं में उच्च शिक्षा के स्वप्न को साकार करने की पहलों के साथ-साथ नए इनोवेटिव उत्पादों की झलक दिखी।
अगर भारतीय भाषाओं में उच्च शिक्षा और भारतीय ज्ञान परंपरा की बात करें तो अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTC) अनुवादिनी पहल, भारतीय भाषा समिति देश की भाषाओं में ज्ञान सुलभ करवाने के कदमों की जानकारी और इग्नू (IGNOU) ज्योतिष, संस्कृत और भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित अन्य पाठ्यक्रमों के साथ हाजिर हुए।
एआईसीटीसी के अनुवादिनी प्लेटफॉर्म पर वर्ड फाइल, पीडीएफ या वीडियो जैसे किसी भी फॉर्मेट में उपलब्ध अंग्रेजी सामग्री को हिंदी समेत किसी भी भारतीय भाषा में अनुवाद किया जा सकता है। इसमें एक तरफ डॉक्यूमेंट की फॉर्मेटिंग बरकरार रहती है, वहीं वीडियो को वीडियो और ऑडियो को ऑडियो में अनुवादित करने की भी सुविधा है। इसी तरह चमू कृष्ण शास्त्री की अध्यक्षता वाली भारतीय भाषा समिति भारतीय भाषाओं में शिक्षण और अनुसंधान के संवर्धन के लिए ई-कुंभ और ई-बुक्स जैसे कई कदम उठा रही है।
इग्नू के स्टाल ने उच्च शिक्षा में भारत के परंपरागत ज्ञान की तस्वीर बयां की। स्टाल में एक तरफ इग्नू ज्योतिष, संस्कृत, भारतीय काल गणना, वैदिक अध्ययन, वैदिक गणित और संस्कृत साहित्य में विज्ञान जैसे विषयों पर आधारित पाठ्यक्रम प्रदर्शित किए गए वहीं दूसरी तरफ इग्नू की डिजिटल पहलों से भी रू ब रू करवाया गया।
प्रदर्शनी में उद्यमियों ने नवाचार और नई प्रौद्योगिकी शामिल करने वाले नए उत्पाद भी दिखाए। आंध्र प्रदेश की फार्मसाथी (#FarmSathi) कंपनी का खरपतवार हटाने वाला रोबोट बिजली से चलता है और रिमोट से ऑपेरट होता है। कंपनी के अनुसार एक ही रोबोट से स्प्रेयर, अवांछित घास और झाडियां हटाने के उपकरण फिट किए जा सकते हैं। एक बार पूरा चार्ज होने पर रोबोट 2 एकड़ के खेत में काम पूरा कर सकता है और कंपनी अपने उत्पादों पर दो साली की ऑन साइट वारंटी देती है।
कंपनी के अनुसार, यह रोबोट परंपरागत उपकरणों से सस्ता और सात-आठ है। इसी तरह एजाइलो रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड (AGILO RESEARCH PRIVATE LIMITED) स्कूलों में एआई और रोबोटिक्स लैब बनाती है। कंपनी के उत्पादों से बच्चे रोबोटिक्स को समझ सकते हैं और रोबोट्स को रीयल लाइफ में काम करते हुए देख सकते हैं। Meta वर्चुअल रियलिटी हेटसेट लेकर आई।
कंपनी के अनुसार शिक्षा और पर्यटन दोनों में ही इस उत्पाद का उपयोग किया जा सकता है। अगर इस हेडसेट को लगाकर बच्चे चंद्रमा की अंतरिक्ष यात्रा का वीडियो देखेंगे तो उन्हें ऐसा लगेगा मानो वे खुद ही चांद पर हैं। आप पत्रकार प्रेरणा कुमारी द्वारा बनाए भारत मंडपम और शिक्षा समागम का यह पूरा वीडियो देख रहे हैं।