नईदुनिया न्यूज, सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के किस्टाराम थानाक्षेत्र के मेटगुड़ा गांव में नक्सली एक ग्रामीण मड़कम आंदा को उठाकर ले गए। मड़कम आंदा पर मुखबिरी का आरोप लगाते हुए नक्सलियों ने उसकी हत्या कर दी। इस घटना की पुष्टि सुकमा जिले के एएसपी आकाश राव ने की है।
जानकारी के अनुसार मड़कम आंदा की हत्या की सूचना मिलने के बाद पुलिस प्रशासन ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। एएसपी आकाश राव ने बताया कि मृतक के परिवार वालों से बातचीत की जा रही है और घटना की जांच की जा रही है।
उन्होंने बताया कि नक्सलियों ने मड़कम आंदा पर मुखबिरी का आरोप लगाया इसके बाद उसकी निर्मम हत्या कर दी। इतना ही नहीं घटना के बाद नक्सलियों ने पुलिस प्रशासन का साथ नहीं देने के लिए स्थानीय लोगों को धमकी भी दी। पुलिस इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।
इस बीच, एक दिन पहले बीजापुर जिले के उसूर थाना क्षेत्र के मारुड़बाका गांव में भी एक नक्सली हत्या की घटना सामने आई। यहां नक्सलियों ने उपसरपंच और कांग्रेसी नेता तिरुपति भंडारी की धारदार हथियार से हत्या कर दी। तिरुपति भंडारी, जो मारुड़बाका का निवासी था, नक्सलियों से मिली धमकियों के कारण पिछले 10-12 वर्षों से आवापल्ली में रह रहा था। वह उसूर में राशन दुकान का संचालन करता था और शनिवार को भी वह नियमित रूप से ग्रामीणों को राशन वितरित कर रहा था।
दोपहर लगभग चार बजे, चार से पांच लोग ग्रामीण वेशभूषा में राशन दुकान में पहुंचे और उन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। यह घटना उसूर थाना से मात्र 100 मीटर की दूरी पर हुई, जो इस बात को दर्शाता है कि नक्सलियों की गतिविधियाँ अब स्थानीय स्तर पर भी बढ़ रही हैं।
पुलिस ने तिरुपति भंडारी के शव को कब्जे में लेकर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। दोनों घटनाओं ने स्थानीय जनता में भय और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। पुलिस प्रशासन ने नक्सली गतिविधियों को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों को सख्त करने का आश्वासन दिया है। स्थानीय निवासियों से भी अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।