
Santosh Pandey: राजनांदगांव। भाजपा ने छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव लोकसभा सीट से संतोष पांडे को प्रत्याशी बनाया है। भाजपा ने यहां सभी 11 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। संतोष पांडे बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ हैं।
वे संघ के तृतीय वर्ष तक शिक्षित हैं। 90 के दशक में ही भाजपा कवर्धा मंडल के अध्यक्ष रहे। अविभाजित राजनांदगांव जिले में भाजयुमो के दो बार जिलाध्यक्ष रहे। दो बार प्रदेश भाजपा में महामंत्री के साथ कृषि उपज मंडी कवर्धा के अध्यक्ष भी रहे हैं।
संतोष पांडे रमन सरकार के दूसरे कार्यकाल में छत्तीसगढ़ युवा आयोग के अध्यक्ष थे। वर्ष 2003 में वीरेंद्रनगर (अब विलोपित) सीट से विधासभा का चुनाव लड़ा, लेकिन सफर नहीं हुए। भाजयुमो के प्रदेश प्रभारी रह चुके हैं। इस दौरान भाजपा सरकार द्वारा निकाली गई विकास यात्रा में रथी (रथ प्रभारी) रहे।
भाजपा प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के प्रदेश सह-संयोजक रहे। 17वीं लोकसभा (2019) में पहली बार सदन पहुंचे। इनके पिता स्व. शिवप्रसाद पांडे सहसपुर लोहारा मंडल के दो बार भाजपा अध्यक्ष रहे। इनकी माता अविभाजित मध्यप्रदेश में कवर्धा जिले में जो बार जिला पंचायत सदस्य चुनी गईं थीं।
संतोष पांडेय की आरएसएस में गहरी पकड़ है। केंद्रीय नेतृत्व में अच्छी छवि है। पिछला चुनाव लगभग 1.12 लाख मतों से जीते थे। क्षेत्र में केंद्रीय योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन।
सांसद के रूप में कार्यकाल अविवादित रहा। जनता के बीच अच्छी छवि है। उनके साथ सक्रिय युवाओं की बड़ी टीम है। क्षेत्र में विकास कार्यों के साथ ही मोदी सरकार की उपलब्धियों का भी लाभ मिलेगा।
तीन माह पूर्व संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में लोकसभा क्षेत्र की आठ में से पांच सीटों पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। चर्चा है कि इस बार कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है। साथ ही रेल सेवा व स्टेशनों में यात्री सुविधाओं की कमियां दूर नहीं कर पाने के कारण एक वर्ग नाराज भी है।