राजनांदगांव। चाइल्ड लाइन, सृजन सामाजिक संस्था द्वारा सिंघोला में स्कूली बच्चों के लिए खुला मंच कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें कार्यक्रम के समन्वयक महेश साहू के द्वारा चाइल्ड लाइन परियोजना के उद्देश्यों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। टोल फ्री नंबर 1098 चाइल्ड लाइन परेशानी में फंसे बच्चों के लिए 24 घंटे काम करने वाला हेल्पलाइन नंबर है।
चाइल्ड लाइन सरकार से जुड़कर कार्य करती है। चाइल्ड लाइन विशेष रूप से अधिक कमजोर वर्गों जिसमें गली के बच्चों और गलियों में अकेले रहने वाले बच्चे, संगठित और असंगठित क्षेत्रों में कार्य कर रहे बाल मजदूरों, घरेलू मदद, विशेष रूप से बालिका नौकर परिवार, स्कूलों तथा संस्थानों में शारीरिक, यौन, भावनात्मक दुरूपयोग से प्रभावित बच्चे, देह व्यापार से पीड़ित एवं बाल तस्करी के शिकार व माता-पिता या अभिभावक द्वारा परित्यक्त बच्चे, लापता बच्चे, घर से भागे हुए बच्चे, कानून के साथ संघर्ष बच्चे,मानसिक रूप से विकलांग बच्चे, मादक, द्रव्यों के सेवन से शिकार बच्चे, निशक्त बच्चे, एच आइव्ही से संक्रमित बच्चे, संघर्ष और त्रासदी से प्रभावित बच्चे, राजनीतिक बाल शरणार्थी जिनके परिवार संकट में है, जो शून्य से 18 साल के बच्चों के लिए 1098 डायल करने के बाद चाइल्ड लाईन टीम काल की प्रकृति के अनुसार उचित सहायता प्रदान करता है।
काउंसलर रूखमणी साहू के द्वारा स्कूल के बच्चों को अच्छा स्पर्श, बुरा स्पर्श के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी, जिसमें अगर आपको कोई छूता है तो उससे अच्छा लगता है तो ये गुड टच होता है एवं जब कोई इस तरह टच करे कि आपको उससे बुरा लगे तो ये खराब स्पर्श होता है। अगर कोई अनजान व्यक्ति प्राइवेट पार्ट्स को गलत तरीके से छूने की कोशिश करे तो ये बैड टच होता है।
संक्रमण से बचाव के तरीके बताए गए
इसके बाद टीम मेंबर वेदप्रकाश साहू ने लैंगिक अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम 2012 के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी गई। जिसमें बच्चों के प्रति यौन उत्पीड़न और यौन शोषण जैसे अपराधों को रोकने के लिए पोक्सो एक्ट कानून बनाया गया है। कार्यक्रम के दौरान तेजस्विनी कश्यप के द्वारा कोविड-19 के तहत बच्चों को कोरोना काल से संबंधित जानकारी विस्तार पूर्वक दी गई। जिसमें साफ सफाई के संबंध में बच्चों को हाथ साबून से कब कब धोना चाहिए। इसके बारे में सभी को जानकारी दी गई। इस दौरान सिंघोला के प्राचार्य संकुल समन्वयक कुलदीप देवांगन, महेंद्रनाथ शर्मा, तेजस्विनी कश्यप, ममता धरमगुड़े, अनुराग खलखो व अन्य मौजूद रहे।