रायपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। आज एक बार फिर से 'वायु' तूफान गुजरात के समुद्र तट से टकराने जा रहा है। इसके टकराने का इंतजार समूचा मौसम विभाग कर रहा है, क्योंकि इसके कारण ही मानसून आगे नहीं बढ़ पा रहा है। पूर्वानुमान है कि यह घटना होगी। उसके बाद मानसून तेजी से आगे बढ़ेगा। मौजूदा समय में मानसून गंगटोक, मैसूर, मंगलोर में अटका हुआ है। इसकी छत्तीसगढ़ से दूरी 1200 किमी है। अगर परिस्थितियां पूरी तरह अनुकूल रहीं तो मानसून अब 20 के बजाय 21-22 तक छत्तीसगढ़ में दस्तक दे देगा। स्पष्ट है कि मानसून सीधे-सीधे 11-12 दिन देरी से आगे बढ़ रहा है। हालांकि अच्छी खबर यह है कि 'वायु' की मौजूदगी से छत्तीसगढ़ समेत समूचे मध्यभारत के कुछ हिस्सों अच्छी बारिश हो रही है।
रायपुर को छोड़ दें तो धमतरी, पेंड्रा, बिलासपुर, अंबिकापुर, जगदलपुर में खासी बारिश रिकॉर्ड हुई है। यही वजह है कि मौसम में ठंडक आ गई है। प्रदेश में सिर्फ बिलासपुर को छोड़ दें तो सभी जिलों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री के नीचे आ गया है। हालांकि यह अभी भी सामान्य से अधिक बना हुआ है। राजधानी रायपुर में सोमवार को 50 फीसद बादल छाए रहे। उमस थी, मगर ठंडक भी थी। शाम होते-होते तेज हवाएं चलनी शुरू हो गईं। जानकारी के मुताबिक मानसून उत्तर-पूर्वी क्षेत्र से छत्तीसगढ़ में प्रवेश करने जा रहा है।
कहां कितनी बारिश - धमतरी में सर्वाधिक 94 मिमी, जगदलपुर 57, अंबिकापुर में 11, राजनांदगांव में 46, दुर्ग में 35.8 मिमी बारिश हुई। रायपुर इस मामले में भाग्यशाली नहीं रहा है। यहां हल्की बारिश माना बस्ती में ही हुई।
10 सालों में मानसून कब पहुंचा रायपुर
2009- 27 जून
2010- 17 जून
2011- 17 जून
2012- 18 जून
2013- 09 जून
2014- 19 जून
2015- 14 जून
2016- 17 जून
2017- 21 जून
2018- 26 जून
याद कीजिए जून 2007- जून 2007 में रायपुर में सर्वाधिक 649.3 मिमी बारिश दर्ज हुई थी, जो सर्वकालिक रिकॉर्ड है। उस समय ऐसी स्थिति थी मानो बादल फट गए हों। मगर बीते तीन सालों से औसत 167 मिमी बना हुआ है। स्पष्ट है कि बारिश अपेक्षाकृत जून में कम, अगस्त से लेकर अक्टूबर में सर्वाधिक बारिश होती है।
शहरों का तापमान
जिला- अधिकतम
रायपुर- 38.4
बिलासपुर- 40.7
पेंड्रा- 37.3
अंबिकापुर- 36.7
जगदलपुर- 30.1
दुर्ग- 39.2
राजनांदगांव- 37.1
मानसून में देरी की एकमात्र वजह है 'वायु' तूफान। जब तक यह गुजरात के समुद्र तट से टकरा नहीं जाता, तब तक मानसून आगे नहीं बढ़ेगा। हालांकि अभी मानसून को आगे बढ़ने के लिए ठीक-ठीक परिस्थितियां बनी हुई हैं। देर तो है, मगर कुछ क्षेत्रों में अच्छी बारिश जारी है। - एचपी चंद्रा, वरिष्ठ मौसम वैज्ञानी, मौसम विज्ञान केंद्र, लालपुर