नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर। छत्तीसगढ़ में दक्षिण आने वाली नम हवाओं की भी एंट्री शुरू हो गई है। जिसके कारण दक्षिण ओर मध्यम छत्तीसगढ़ के जिलों के तापमान में हल्की वृद्धि हुई है। गुरुवार की अपेक्षा शुक्रवार के तापमान में एक से दो डिग्री में बढ़ोत्तरी हुई है। दूसरी ओर उत्तर छत्तीसगढ़ के तापमान में कमी आई है। अंबिकापुर का न्यूनतम पारा 09.6 डिग्री से 8.8 और पेंड्रा 10.8 से 9.6 दर्ज किया गया।
इसके अलावा रायपुर का तापमान 15.4 से 16.4 डिग्री पर आ गया है। दुर्ग का 12.6 से 12.9, जगदलपुर 12.9 से 13.6 डिग्री पर आ गया है। प्रदेश में ठंडी हवाओं के साथ नमी बढ़ रही है, जिससे लोगों को ठंड से हल्की राहत मिली है। नमी के कारण कोहरा छाए रहने के आसार हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में उत्तर से आने वाली ठंडी और शुष्क हवाओं का आगमन लगातार जारी है, साथ ही वातावरण के मध्य स्तर में नमी का आगमन शुरू हो गया है। जिसके कारण न्यूनतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है।
प्रदेश में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। सरगुजा संभाग के एक-दो जिलों में शीतलहर चलने की संभावना है। 26 नवंबर से दक्षिण छत्तीसगढ़ में न्यूनतम तापमान में वृद्धि हो सकती है। अगले पांच दिनों में प्रदेश में न्यूनतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है।
अंबिकापुर का अधिकतम तापमान 25.4 और न्यूनतम 8.8 डिग्री, बीजापुर का अधिकतम पारा 28.1 डिग्री और न्यूनतम तापमान 13.9 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा बिलासपुर का अधिकतम तापमान 27.6 और न्यूनतम पारा 13.6 डिग्री रिकार्ड किया गया।
दंतेवाड़ा का अधिकतम तापमान 29.4 डिग्री और न्यूनतम 13.0 डिग्री, डुमरबहार का अधिकतम तापमान 26.6 डिग्री और न्यूतम तापमान 13.8 डिग्री, दुर्ग में अधिकतम 30.0 डिग्री और न्यूनतम 12.6 , जगदलपुर में अधिकतम 28.2 डिग्री और न्यूतम तापमान 13.6 डिग्री, कोरिया का अधिकतम 25.8 डिग्री और न्यूतम 10.1 डिग्री दर्ज किया गया।
प्रदेश में बढ़ती नमी और ठंडी हवाओं के कारण मौसम में बदलाव महसूस हो रहा है। ठंड की शुरुआत से लोग राहत महसूस कर रहे हैं, लेकिन सुबह के समय कोहरा छाने की संभावना ने यातायात को प्रभावित करने का खतरा बढ़ा दिया है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले दिनों में दक्षिण छत्तीसगढ़ में तापमान में हल्की वृद्धि हो सकती है, लेकिन उत्तरी हिस्सों में ठंड का असर तेज रहेगा। सरगुजा जैसे इलाकों में शीतलहर की स्थिति गंभीर हो सकती है।