राज्य ब्यूरो, नईदुनिया रायपुर। छत्तीसगढ़ की एकमात्र सीट रायपुर दक्षिण विधानसभा पर उपचुनाव का बिगुल बज चुका है। भाजपा और कांग्रेस ने अपनी-अपनी बिसात बिछा दी है। हालांकि, दोनों राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों की घोषणा होना अभी बाकी है। मतदान की तारीख घोषित होने के बाद कार्यकर्ताओं को उम्मीद है जल्द ही प्रत्याशियों के नाम भी सामने आ जाएंगे।
कांग्रेस ने 20 अक्टूबर को आशीर्वाद भवन में कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया है, जिसमें प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट शामिल होंगे। इसके बाद प्रत्याशी के नाम पर सहमति बनाने के लिए प्रदेश चुनाव समिति की बैठक होगी, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं और प्रभारियों से फीडबैक लिया जाएगा। पहली बैठक में ही आम सहमति बनाकर पैनल सीधे शीर्ष नेतृत्व के पास भेजा जाएगा।
इधर, भाजपा की ओर से तीन नाम तय किए गए हैं। इन नामों को इंटरनल सर्वे के बाद तय किया गया है। नामों को जल्द ही दिल्ली भेजा जाएगा, जिसके बाद प्रत्याशी पर मुहर लगेगी। बताया जा रहा है कि सर्वे में छह नाम सामने आए थे, जिसमें से तीन का चयन हुआ हैं। वर्ष 2008 के परिसीमन के बाद रायपुर की दो विधानसभा सीट को बांटकर चार सीटें बनाई थी।
बृजमोहन अग्रवाल ने जो जीत का सिलसिला शुरू किया वो सिलसिला 2024 तक जारी रहा। बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद इस सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि जो विरासत जीत की बृजमोहन अग्रवाल ने खड़ी की है वो बरकरार रहती है या फिर कांग्रेस कोई करिश्मा करती है।
दक्षिण विधानसभा में उपचुनाव में अलग ही नजारा दिखेगा, क्योंकि भाजपा नेता और सांसद बृजमोहन अग्रवाल के विधायक का चुनाव लड़ने से एकतरफा ही माहौल रहता था। उनके सामने कांग्रेस प्रत्याशी असहाय ही नजर आते थे। कार्यकर्ताओं में भी उत्साह नजर नहीं आता था। लोगों के बीच यही चर्चा रहती थी कि बृजमोहन अग्रवाल को हराना किसी के लिए टेढ़ी खीर है।
बृजमोहन अग्रवाल के चुनावी प्रबंधन के सामने कांग्रेस के उम्मीदवार करीब-करीब हथियार डालते ही नजर आते थे। इस बार भाजपा की ओर से नया प्रत्याशी रहेगा, ऐसे में कांग्रेस मजबूत प्रत्याशी उतारना चाहती है। यही कारण है कि पार्टी ने दक्षिण विधानसभा में एक सर्वे भी कराया है।
भाजपा के अभेद्य किला रायपुर दक्षिण विधानसभा को भेदने कांग्रेस रणनीति बनाने लगातार बैठकें कर रही है। प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज के साथ प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में शुक्रवार को पहले बूथ कमेटियों के प्रभारियों तथा इसके बाद दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई।
बैज ने दक्षिण विधानसभा के अंतर्गत आने वाले 253 बूथों के अध्यक्षों और वरिष्ठ नेताओं से बूथ में उतरकर कड़ी मेहनत करने तथा भाजपा सरकार के 11 माह के कार्यकाल की विफलताओं को लोगों तक पहुंचाने की अपील की।
उन्होंने कार्यकर्ता सम्मेलन में ज्यादा ज्यादा लोगों को लाने के लिए वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी दी। बैठक में राष्ट्रीय सचिव व सह प्रभारी जरिता लेफतलांग, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सह-सचिव व सह-प्रभारी विजय जांगिड़, पूर्व मंत्री डा. शिवकुमार डहरिया, गुरु रूद्र कुमार आदि उपस्थित थे।