Raipur News: मेडिकल कालेज में स्त्री व शिशु रोग के अस्पताल योजना ठंडे बस्ते में
अस्पताल में बिस्तर व मरीजों की संख्या बढ़ रही है। वहीं दूसरी ओर वर्षों पुराने 700 बिस्तरों के सेटअप के आधार पर ही अस्पताल में पद स्वीकृत हैं। इसमें भी कई पद खाली पड़े हैं। वहीं 323 से अधिक पद खाली हैं।
By Pramod Sahu
Edited By: Pramod Sahu
Publish Date: Thu, 06 Oct 2022 01:57:26 PM (IST)
Updated Date: Thu, 06 Oct 2022 01:57:26 PM (IST)
रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। राजधानी के आंबेेडकर अस्पताल में महिलाओं और बच्चों के लिए 910 बिस्तरों का नया अस्पताल अधर में है। इसे लेकर प्रक्रिया अब ठंडे बस्ते में डाल दी गई है। मिली जानकारी के अनुसार मेडिकल कालेज से संबद्ध आंबेडकर अस्पताल में बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए महिलाओं व बच्चों के लिए अलग अस्पताल बनाने की योजना है।
करीब 200 करोड़ रुपये के बजट से बनने वाले अस्पताल के लिए केंद्र सरकार द्वारा 25 करोड़ रुपये जारी भी किया जा चुका है। शासन की तरफ से निर्माण कार्य को लेकर छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कारपोरेशन को जिम्मेदारी सौंपी गई है। लेकिन, अब तक इसपर किसी तरह का काम शुरू नहीं हुआ है। आंबेडकर अस्पताल में 1,383 बिस्तर उपलब्ध हैं लेकिन मरीजों की बढ़ती संख्या से सुविधाएं कम पड़ने लगी है।
खासकर स्त्री और शिशु रोग विभाग में यह स्थिति देखने को मिल रहा है, जहां वर्तमान में दोनों विभागों के पास करीब 300 बिस्तर हैं। योजना के तहत अस्पताल के पुराने हास्टल को तोड़कर यहां पर महिलाओं और बच्चों के लिए 910 बिस्तरों का अलग वार्ड तैयार किया जाना है। इसमें आइसीयू से लेकर हाइटेक सुविधाएं मौजूद होंगी। नए वार्ड तैयार होने के बाद अस्पताल में बिस्तरों की संख्या करीब 2,293 हो जाएगी।
700 बिस्तरों के लिए ही सेटअप
अस्पताल में बिस्तर व मरीजों की संख्या बढ़ रही है। वहीं दूसरी ओर वर्षों पुराने 700 बिस्तरों के सेटअप के आधार पर ही अस्पताल में पद स्वीकृत हैं। इसमें भी कई पद खाली पड़े हैं। चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ व अन्य समेत 820 स्वीकृत पदों में 381 पद पर ही नियमित नियुक्तियां की गई है। जबकि, 121 पद संविदा पर है। वहीं 323 से अधिक पद खाली हैं। यह सेटअप पुराने हैं, जिसे अब तक संशोधित नहीं किया गया है।
स्त्री व शिशु रोग के लिए मेडिकल कालेज में अस्पताल बनने की योजना है। जल्द ही इसका काम शुरू किया जाएगा।
डा. विष्णु दत्त, संचालक, चिकित्सा शिक्षा विभाग