रायपुर। Raipur News गुढ़ियारी इलाके में शनिवार की रात लगभग आठ बजे गंभीर रूप से घायल किशोरी को सरे रात घसीटने वाले और चापड़ मारकर घायल करने वाले आरोपित को पुलिस ने जेल भेज दिया। वहीं सोमवार को स्थानीय रहवासियों ने देर शाम पहले घटना स्थल में विरोध प्रदर्शन किया, इसके बाद सैकड़ों की संख्या में लोग थाना घेराव करने पहुंचे। रहवासियों ने आरोपित को फांसी की सजा देने की मांग की। फिलहाल घायल किशोरी की सर्जरी के बाद हालत ठीक बताई जा रही है। वह अस्पताल में भर्ती है। डाक्टर लगातार निगरानी कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि शनिवार की रात की यह घटना थाने से एक किलोमीटर दूरी पर हुई। आरोपित बाल पकड़कर सरेराह किशोरी को घसीटता रहा, लेकिन आसपास के लोग और राहगीर तमाशबीन बने रहे। इतना ही नहीं, कुछ लोग तो वीडियो ही बनाते रहे। आरोपित ने उस पर धारदार चापड़ से हमला किया था। यही वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ। वहीं लोगों ने उसकी क्रूरता और वीडियो बनाने वालों से सवाल किए।
30 मिनट तक करता रहा मनमानी :
पड़ाव में मसाला दुकान का संचालन करने वाला ओमकार तिवारी उर्फ मनोज उम्र 47 बड़ा अशोक नगर के दुर्गा चौक आंगनबाड़ी के पास रहता है। उसकी दुकान में पहले काम करने वाली 16 वर्षीय लड़की के घर चापड़ लेकर पहुंचा। उसके स्वजन से बदसलूकी की, फिर युवती को पीटते हुए उसकी गर्दन और शरीर के कई हिस्सों पर चापड़ से हमला कर दिया। खून से लथपथ लड़की भागी लेकिन सड़क पर गिर पड़ी। स्वजन उसे संभालने की कोशिश करते रहे। तब तक ओमकार वहां पहुंचा और उस पर फिर हमला कर दिया। इससे किशोरी को गर्दन, हाथ-पैर, सिर आदि हिस्सों में गहरी चोटें आईं। इस पर भी ओमकार का गुस्सा शांत नहीं हुआ तो किशोरी के बाल पकड़कर सड़क पर घूमता रहा। पूरा घटना क्रम लगभग आधे घंटे चला।
शिव सेना ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, मुआवजा की मांग :
गुढ़ियारी में किशोरी पर प्राणघातक हमला करने वाले पर शिवसेना ने नाराजगी जताई है। कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर किशोरी के स्वजनों को मुआवजा और दोषी को सख्त सजा की मांग की है। ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रदेश सचिव संजय नाग के साथ प्रमोद साहू, हरीश यादव सहित अन्य लोग मौजूद थे।
अब तक नहीं जागा बाल आयोग :
इस मामले में राष्ट्रीय बाल आयोग ने ट्वीट कर मामले को संज्ञान में लिया है। लेकिन छत्तीसगढ़ बाल आयोग ने अब तक इसमें कोई भी जांच नहीं शुरू की है। मामले को लेकर जब बाल आयोग की अध्यक्ष फूल कुंवर नेताम को फोन कर पूछा गया तो उन्होंने कहा अब इसमें कुछ नहीं है जो बात करनी है, आफिस आकर करें।