रायपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। ब्रिटिश सरकार के पॉलिटिकल एजेंट के रायपुर में रहने के कारण यहां के राजा, जमींदार, पटेल और महाजनों को हमेशा सरकारी कामकाज से रायपुर आना पड़ता था। दूर से आने के कारण उन्हें रायपुर में रुकने के लिए असुविधा होती थी, इसलिए वे सब यहीं बाड़ा बनाकर रहते थे। यहां अपनी जरूरत की वस्तुएं खरीदते थे। उस समय यह विशाल बाजार गोंडवाना के राजाओं ने सारंगढ़ के राजा जवाहर सिंह के नाम से 1940 में बनवाया था। 1947 में भारत आजाद हुआ और फिर विकास ने ऐसी रफ्तार पकड़ी कि देखते ही देखते इस द्वार के चारों तरफ दुकानों का निर्माण हो गया। द्वार के नीचे खाली जगह में भी फल के ढेले लगने शुरू हो गए। रविवार को तो दुकानदार इसमें ही रस्सियां बांधकर कपड़े बेचते रहे...। यह ऐतिहासिक धरोहर दुकानों की आड़ में छिप-सी गई थी।
मगर इसके ठीक पीछे रायपुर स्मार्ट सिटी ने मल्टीलेवल पार्किंग, कॉम्प्लेक्स का प्रस्ताव बनाया। यह पास हुआ और निर्माण 40 फीसद से अधिक हो भी चुका है। स्ट्रक्चर खड़ा हो गया है। निगम ने इसके आसपास के सभी दुकानदारों को दुकानें खाली करवाने का नोटिस दिया। हंगामा हुआ, मगर अंततः दुकानदार राजी हुए। रविवार को यहां की 36 दुकान तोड़ दी गईं।महापौर प्रमोद दुबे और निगमायुक्त एवं स्मार्ट सिटी निदेशक शिव अनंत तायल ने कहा है कि जवाहर बाजार परियोजना को निर्धारित समय में पूरा कर लिया जाएगा।
सभी प्राचीन इमारतों को सहेजने की तैयारी- स्मार्ट सिटी के तहत सबसे पहले आनंद समाज वाचनालय को संवारा गया, जो पूरी तरह से जीर्ण-क्षीर्ण हो गया था। पता ही नहीं चलता कि यह नई इमारत है, पूराने को ही रिनोवेट किया गया है। इसके बाद महाकौशल कला विथिका का रंगरोगन हो चुका है। जयस्तंभ चौक स्थित निगम का पहला मुख्यालय हुआ करता था। व्हाइट हाउस बनने के बाद जहां पर जोन 4 कार्यालय लगना शुरू हो गया। अब जोन चार कार्यालय की शिफ्टिंग के बाद इस भवन को भी संरक्षित किया जाएगा। जवाहर बाजार, इसके बाद टाउन हॉल और फिर अन्य एतिहासिक इमारतों को।
16 करोड़ का है प्रोजेक्ट
रायपुर स्मार्ट सिटी और नगर निगम मिलकर 16 करोड़ की लागत वाले इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। इसके बनने से यहां मालवीय रोड, सदर बाजार, गोलबाजार आने वालों को पार्किंग की सुविधा मिलेगी। यहां पर पार्किंग लोवर बेसमेंट, अपर बेसमेंट एवं ग्राउंड फ्लोर के अतिरिक्त तीन मंजिला व्यावसायिक परिसर व खूबसूरत साइट डेवलप की जा रही है।यहां 246 कार और 400 के करीब दोपहिया पार्किंग की जा सकेंगी।