रायपुर। महादेव आनलाइन क्रिकेट सट्टा एप के बड़े बुकी नवीन बत्रा की गोवा से गिरफ्तारी के बाद से छत्तीसगढ़ के सटोरियों की नींद उड़ी हुई है। आनलाइन सट्टे पर कार्रवाई के बाद से नवीन फरार चल रहा था। पिछले दिनों लोगों की व्यक्तिगत पहचान संबंधी दस्तावेज लेकर फर्जी खाते खुलवाने वाले गैंग के आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद नवीन बत्रा का नाम सामने आने पर पुलिस सक्रिय हुई थी। इसी बीच गोवा पुलिस ने उसे एक फाइव स्टार होटल में 11 साथियों के साथ घेरा। शनिवार को रायपुर लाने के बाद नवीन से रातभर पूछताछ की गई। पूछताछ में उसने सट्टे के खेल से जुड़े अलग-अलग पैनल के 12 से अधिक सटोरियों के नाम उगले है। नवीन को पुलिस रिमांड पर लेने की तैयारी थी लेकिन बीमार होने के कारण रविवार को उसे कोर्ट में पेशकर जेल भेज दिया गया।पुलिस अफसरों का दावा है कि जल्द ही कुछ और बड़े खाइवालों की गिरफ्तारी होगी।
पुलिस के जानकार सूत्रों ने बताया कि नवीन बत्रा से सट्टे के खेल से जुड़े कई राज खुलने की संभावना है। नवीन लंबे समय से महादेव एप के सरगना सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल से सीधे जुड़ा रहा है। उसके नेटवर्क दुबई से लेकर यूएस तक फैले हैं। नवीन मुंबई और गोवा में बैठकर आनलाइन क्रिकेट सट्टे का कारोबार करता था। सट्टे का करोड़ों रूपये इधर से उधर करने के लिए वह छत्तीसगढ़ के पांच सौ से अधिक लोगों के बैंक खाते का इस्तेमाल करता था। नवीन के खिलाफ सूरजपुर में एक युवक के खुदकुशी के मामले में भी अपराध दर्ज है। दूसरी ओर शीमर्स क्लब के संचालकों के पार्टनरों तक पुलिस के अब तक हाथ नहीं पहुंच पाए है, केवल संचालक नितिन मोटवानी ही गिरफ्त में आया है।
सट्टे में अग्रिम जमानत ली तो जालसाजी में किया गिरफ्तार
नवीन बत्रा काफी चालाक खाइवाल है। उसे पकड़वाने में महावीरनगर, शंकरनगर क्षेत्र के उसके खास दोस्तों ने पुलिस की मदद की थी। पंडरी और सिविल लाइन पुलिस थाने में सट्टा, जुआ का केस दर्ज होने पर उसने गिरफ्तारी से बचने कोर्ट से अग्रिम जमानत ले ली थी। पुलिस ने भी उसके दांव के उलट खमतराई थाने में दर्ज जालसाजी के केस में गिरफ्तारी की।
इनकी भी तलाश
सिविल लाइन और पंडरी पुलिस ने पांच अगस्त को शीमर्स क्लब के संचालक नितिन मोटवानी और उसके साथी सागर जैन को गिरफ्तार कर जेल भेजा था, लेकिन दो दिन बाद उन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई। जेल से छूटने के बाद से दोनों गायब है। पुलिस ने उनके साथी रायगढ़ के सानू बेरीवाल, करण अग्रवाल, दीपक भूटानी उर्फ सिंधी, एजाज उर्फ मन्नू के अलावा नवीन बत्रा, अजय जैन और ओडिशा के फैजू को आरोपित बनाया है। नवीन की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को अब बड़े खाइवाल अरुण अग्रवाल, अतुल अग्रवाल की तलाश है।
खुलेंगे कई राज
पुलिस अफसरों ने बताया कि महावीरनगर निवासी नवीन बत्रा बड़ा बुकी है। उसके कनेक्शन देश और विदेश के बड़े खाइवाल से जुड़े निकले हैं। वह छोटे सटोरियों को 10-10 लाख रुपए में आइडी व लाइन बेचता था। वह खुद भी पांच लाख से ऊपर का दांव लेता था। नवीन के गुर्गे यहां कमीशन लेकर गरीबों के नाम से बैंक खाता खुलवाते थे और उसी खाते में सट्टा के पैसों का ट्रांजेक्शन होता था। पुलिस का दावा है कि नवीन से सट्टे के खेल से जुड़े कई राज खुलने की उम्मीद है।
12 से अधिक की तलाश, पांच सौ से अधिक खाते में ट्रांजेक्शन
गरीबों का दस्तावेज लेकर खाता खुलवाने के मामले में पुलिस ने अब तक 21 लोगों की गिरफ्तारी की है। वहीं 12 से अधिक लोगों की तलाश की जा रही है। जांच में पांच सौ से ज्यादा दूसरों के नाम से बैंक खाता मिले है। ये खाते खाताधारक की बिना जानकारी के खोले गए थे। इन खातों में ही सट्टा के पैसों का लेन-देन होने के सबूत पुलिस को मिले हैं। इसके आधार पर कुछ लोगों की गिरफ्तारी होनी है।
सिटी एएसपी अभिषेक माहेश्वरी का कहना है कि नवीन बत्रा से पूछताछ में सट्टे के खेल से जुड़े कई बड़े खाइवाल के नाम सामने आए है। इसके आधार पर जल्द और गिरफ्तारी करेंगे। फिलहाल नवीन को कोर्ट में पेशकर जेल भेज दिया गया।