छत्तीसगढ़ में आरक्षण पर पोस्टर वार : भाजपा कार्यालय जाने वाले रास्ते पर रातों-रात लगा पोस्टर, भड़की राजनीति
बीजेपी ने बताया कांग्रेस की साजिश, कांग्रेस ने कहा- आम जनता लगा रही है, पोस्टर में आरक्षण विधेयक रुकवाने के लिए भाजपा को बताया जिम्मेदार
By Pramod Sahu
Edited By: Pramod Sahu
Publish Date: Sun, 01 Jan 2023 10:04:17 PM (IST)
Updated Date: Sun, 01 Jan 2023 10:04:17 PM (IST)
रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। प्रदेश में नए आरक्षण विधेयक को लेकर चल रहे विवाद में अब पोस्टर वार की एंट्री हो गई है। राजधानी की सड़कों और भाजपा कार्यालय जाने वाले रास्तों पर आरक्षण विवाद को लेकर रातों-रात पोस्टर लग गए हैं। पोस्टर में भाजपा को आरक्षण विधेयक रुकवाने का जिम्मेदार बताया गया है। भाजपा ने इसे कांग्रेस की साजिश करार दिया है। वहीं कांग्रेस ने इसे आम जनता द्वारा लगाने की बात कही है।
कांग्रेस ने कहा है कि राजभवन में आरक्षण विधेयक रुकने से प्रदेश की जनता नाराज और आक्रोशित है। जनता अब भाजपा कार्यालय जाने वाली सड़कों और भाजपा कार्यालय में राजभवन संचालित होने का पोस्टर लगाकर आरक्षण विधेयक राजभवन में रोके जाने के प्रति नाराजगी जाहिर कर रही है। दो दिसंबर को पारित आरक्षण विधेयक राजभवन में सिर्फ हस्ताक्षर नहीं होने के कारण रुका हुआ है। भाजपा आरक्षण विधेयक को खारिज कराने की साजिश कर रही है।
इस मामले में भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने पोस्टरबाजी कर निम्न स्तर की राजनीति का रिकार्ड बनाया है। क्वांटिफायबल डाटा आयोग, जिसमें ओबीसी की जनसंख्या की जानकारी है, उसे सरकार क्यों छिपा रही है? क्या उसमें ओबीसी की जो वास्तविक जनसंख्या है, उससे कम संख्या बताई है? कांग्रेस सरकार क्या यह स्पष्ट करेगी कि उसने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या 10 वर्ष पुरानी और बाकी लोगों की जनसंख्या अभी की ली है और इसे आरक्षण का आधार बनाया है।
भाजपा ने कहा है कि शहर की सड़कों पर जो पोस्टर लगाए गए हैं, उसमें कांग्रेस की साजिश नजर आती है। भाजपा-कांग्रेस के बीच पोस्टर विवाद पर मचे घमासान के बीच निगम अधिकारियों को भी इस बात की जानकारी नहीं है कि पोस्टर किसने लगाए हैं। रात तक कई स्थानों से पोस्टर निकले भी जा चुके थे।
सुप्रीम कोर्ट के सवालों का जवाब नहीं
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता देवलाल ठाकुर ने कांग्रेस पर सवाल दागते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जब यह पूछा कि 58 प्रतिश्ात आरक्षण जिस पर हाईकोर्ट ने रोक लगाई है, आप उसे फिर से लागू करवाना चाहते हैं तो भूपेश बघेल सरकार ने हां क्यों नहीं कहा? उसके लिए एक महीने का समय क्यों मांग लिया? सर्व आदिवासी समाज, अनुसूचित जाति समाज भी सरकार प्रायोजित कांग्रेस की तथाकथित महारैली को समर्थन नहीं कर रहे हैं। ऐसा क्यों? इसलिए कि सभी अच्छी तरह समझ रहे हैं कि आरक्षण विरोधी कांग्रेस सभी वर्गों के साथ धोखेबाजी कर रही है। जब कांग्रेस के मुख्यमंत्री द्वारा राज्यपाल की गरिमा के प्रतिकूल टिप्पणी कर अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं तो यह स्पष्ट है कि उनके ही इशारे पर कांग्रेस स्तरहीन प्रपंच करते हुए जगह-जगह पोस्टर लगा रही है।
विधेयक रुकने के पीछे भाजपा की ही साजिश
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि आरक्षण विधेयक के मामले में भाजपा की कथनी और करनी जनता के बीच में उजागर हो गई है। सदन में, जहां भाजपा के विधायक आरक्षण विधेयक को सर्वसम्मति से सहमति प्रदान करते हैं, वहीं जब आरक्षण विधेयक हस्ताक्षर के लिए राजभवन पहंुचता है, तब भाजपा आरक्षण को रोकने के लिए राजभवन के पीछे खड़ी होेकर राजनीतिक षड्यंत्र करती है। प्रदेश के 76 प्रतिशत आबादी आरक्षण के अधिकार से वंचित करती है। आरएसएस और भाजपा से जुड़े बड़े नेता कई बार सार्वजनिक मंचों से आरक्षण को खत्म करने की बात कह चुके हैं। पूर्व की रमन सरकार के दौरान भी आरक्षण खत्म करने षड्यंत्र दिखा है।