रायपुर। स्वामी विवेकानंद विमानतल पर शुक्रवार शाम को आकाशीय बिजली गिरने से यहां विमानों का आना-जाना शनिवार को भी प्रभावित रहा। इसके चलते सैकड़ों यात्रियों को परेशान होना पड़ा। शुक्रवार को यहां फ्लाइट्स की लैंडिंग नहीं हो पाने पर नागपुर डाइवर्ट हुई फ्लाइट्स में बैठे रायपुर के यात्रियों को ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
विमानन कंपनी द्वारा उन्हें रायपुर लाने के लिए बस की सुविधा दिए जाने से नाराज बहुत से यात्रियों से रायपुर वापसी के लिए ट्रेन की राह पकड़ी। कुछ यात्रियों ने रात नागपुर में गुजारी और सुबह अपने वाहन से रायपुर आना उचित समझा। अव्यवस्थाओं के कारण यात्रियों ने नागपुर विमानतल पर हंगामा भी मचाया। विमानन कंपनी के अधिकारियों के साथ उनकी तीखी बहस भी हुई, फिर भी कोई ध्यान नहीं दिया गया।
दूसरी ओर रायपुर विमानतल में सुबह दृश्यता अच्छी होने के कारण फ्लाइट्स आईं, लेकिन देर शाम की इंडिगो तथा जेट एयरवेज की दिल्ली, मुंबई व हैदराबाद की उड़ानें रद रहीं। शाम की फ्लाइट होने के कारण इन्हें एहतियातन शनिवार की सुबह से ही रद करने की घोषणा कर दी गई थी।
कंपनी ने नहीं की व्यवस्था, थोड़ी-थोड़ी देर में बदल जा रहे थे कर्मचारी-
इंडिगो के हैदराबाद-रायपुर विमान से रायपुर आने वाले यात्री जावेद खान ने बताया कि नागपुर में विमानन कंपनी ने यात्रियों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की। यात्रियों को रात में ही नॉन एसी बस में रायपुर भेजने की तैयारी थी, यात्रियों को रुकवाने के लिए होटल की भी व्यवस्था नहीं थी। इसके चलते यात्रियों में खासी नाराजगी रही। उनके साथ बहुत से यात्रियों ने बस में जाने से अच्छा तत्काल ट्रेन से सफर करना सही समझा। खाने-पीने की भी कोई व्यवस्था नहीं की गई।
पांच किमी की दृश्यता आई तो सुबह के विमान आए
सुबह की फ्लाइट्स को लेकर स्वामी विवेकानंद विमानतल के अधिकारी चिंतित थे, लेकिन उन्होंने उस वक्त राहत की सांस ली, जब विमानतल में पांच किमी की रेंज तक दृश्यता आई। इससे सुबह आने वाली एयर इंडिया, इंडिगो की दिल्ली व बेंगलुरू, कोलकाता, मुंबई की फ्लाइट आईं। विमानन अधिकारियों का कहना है कि जब तक विमानतल में पांच किमी की दृश्यता रहेगी, विमानों के उतरने व उड़ान भरने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
नहीं सुधरा डीवीओआर सिस्टम
शनिवार दोपहर 12 बजे स्वामी विवेकानंद विमानतल में सीएनएस की टीम आई और खराब पड़े डीवीओआर सिस्टम को सुधारने में जुट गई। हालांकि देर शाम तक सुधार नहीं किया जा सका। स्वामी विवेकानंद विमानतल के निदेशक राकेश सहाय का कहना है कि सिस्टम को सुधारने का प्रयास चल रहा है।