Operation Prahar 2020: सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के टोंडामरका में ऑपरेशन प्रहार के तहत सुरक्षाबल और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में बड़ी संख्या में माओवादी हताहत हुए हैं। जिन 6 नक्सलियों के मारे जाने और उनके अंतिम संस्कार की चर्चा सुर्खियों में है। सूत्रों के हवाले से एसपी ने भी इसकी पुष्टि की है। पुलिस का दावा है कि मुठभेड़ में एक दर्जन माओवादी घायल हुए हैं। पुलिस को मौके से केवल एक ही नक्सली का शव बरामद हुआ था। अब 6 लोगों का माओवादियों द्वारा अंतिम संस्कार किए जाने की खबर से पुलिस जवान उत्साहित हैं।
गौरतलब है कि टोंडामरका और दुरमा के बीच बड़ी संख्या में माओवादियों के छिपे होने की खबर मिली थी। जिसके बाद 19 फरवरी को डीआरजी, एसटीएफ और कोरबा बटालियन की संयुक्त पार्टी नक्सल ऑपरेशन को अंजाम देने निकला था।
करीब 1400 जवानों ने तोंडामरका, दुरमा, कसलपाड़, पालोडी-टेकरी के जंगल में नक्सलियों को चारों ओर से घेर लिया और मुठभेड़ में 30 घंटे तक ऑपरेशन चलाया । पालोडी जंगल के टेकरी के पास मुठभेड़ में एक नक्सली को ढेर कर दिया गया था। वहीं दूसरी ओर कोबरा 208 और एसटीएफ के जवान घायल भी हुए, जिसमें कोबरा 208 जवान की इलाज के दौरान रायपुर में मौत हो गई थी।
एएसपी नक्सल ऑपरेशन सिद्धार्थ तिवारी ने बताया था कि पलोड़ी के पास नक्सलियों से आधा घंटा कोबरा 208 की, दुरमा के पास 206 कोबरा की, दुरमा के पास ही डीआरजी से और तुण्डमारका दो घंटे मुठभेड़ हुई थी। कसालपाड़ में सबसे ज्यादा व भीषण मुठभेड़ हुई, जहां करीबन 2दो घंटे के मुठभेड़ में नक्सलियों ने 5 सौ से 6 सौ यूबीजीएल बम दागे थे। नक्सलियों के पास बुलेट प्रूफ जैकेट और बुलेट प्रूफ हेलमेट दिखा था।
पुलिस का कहना है कि नक्सलियों ने जगह-जगह एम्बुश लगा रखा था। फायरिंग भी की जा रही थी। ऐसे हालात में सुरक्षाबल के जवान इनके एम्बुस को तोड़ते हुए आगे बढ़ने के साथ ही बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया। पुलिस का दावा है कि इस ऑपरेशन में 6 नक्सली मारे गए हैं और उनका उन्हीं इलाके में अंतिम संस्कार की भी पुष्ट खबरें पुलिस को मिल रही है।