आकाश शुक्ला. रायपुर (नईदुनिया)। छत्तीसगढ़ राज्य के शासकीय कालेजों में नैक (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद) का मूल्यांकन जारी है। अब तक हुए नैक ग्रेडिंग में राजधानी के दो समेत राज्य के छह कालेजों को बी डबल प्लस, सात को बी प्लस, 39 को बी और 27 को ग्रेड-सी से संतोष करना पड़ा है। ए-ग्रेड किसी भी कालेज को नहीं मिला है। कालेजों की तरफ से शिक्षा गुणवत्ता व तैयारियों के दावे किए जा रहे थे, लेकिन नैक मूल्यांकन से पोल खुलती जा रही है।
उच्च शिक्षा विभाग ने कालेजों को गुणवत्ता सुधार व बेहतर प्रदर्शन के निर्देश दिए हैं। उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 15 शासकीय कालेजों में नैक मूल्यांकन के लिए दौरा मई और जून में होना है। जबकि, अन्य कालेजों में होने वाले मूल्यांकन की जानकारी केंद्रीय स्तर पर अगले माह दी जाएगी।
68 कालेज नैक मूल्यांकन से बाहर
उच्च शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, इस वर्ष 211 शासकीय कालेजों का नैक मूल्यांकन किया जा रहा है। इसमें से 80 कालेजों का मूल्यांकन हो चुका है। दो माह के भीतर 15 कालेजों के मूल्यांकन होंगे। जबकि, 68 कालेज नैक मूल्यांकन दायरे से बाहर हैं।
नैक मूल्यांकन को समझें
राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद कालेजों व विश्वविद्यालयों का प्रत्येक पांच वर्ष में मूल्यांकन करती है। केंद्रीय टीम शिक्षा गुणवत्ता व अध्ययन सुविधाओं के पैमाने पर संस्थानों को परखती है। ग्रेडिंग के आधार पर केंद्र से अनुदान प्राप्त होता है। नैक द्वारा ए डबल प्लस, ए प्लस ए, ए, बी डबल प्लस, बी प्लस बी, बी और सी ग्रेडिंग दी जाती है। इसके आधार पर ही अनुदान दिया जाता है।
नैक मूल्यांकन का मुख्य आधार
-शिक्षा गुणवत्ता की जांच।
-शोध, अनुसंधान।
-संस्थान में इंफ्रास्ट्रक्चर व अन्य सुविधाएं।
-प्रबंधकीय मापदंड।
-छात्रों व संस्थान में अनुशासन।
ग्रेड मूल्यांकन के लिए तय अंक
सीजीपीए अंक - ग्रेड
3.5-4.00 - ए डबल प्लस
2.26-3.50 - ए प्लस
3.01-0.25 - ए
2.76-3.00 - बी डबल प्लस
2.51-2.75 - बी प्लस
2.-2.50 - बी
1.51-2.00 - सी
1.50 - डी (बेकार)
प्रदेश में वर्ष-2022 में नैक ग्रेडिंग
ग्रेड - कालेज संख्या
बी डबल प्लस - 6
बी प्लस - 7
ग्रेड-बी - 40
ग्रेड-सी - 27
किसी भी संस्थान में एक बार में सुधार संभव नहीं है। लेकिन, प्रदेश के कालेजों व विश्वविद्यालयों में श्ािक्षा की गुणवत्ता में पहले से बेहतर सुधार हुआ है। संस्थानों में शिक्षा व सुविधाओं के स्तर को बेहतर करने हम लगातार प्रयासरत है। -शारदा वर्मा, संचालक, उच्च शिक्षा विभाग