रायपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि। Lockdown in Chhattisgarh कोटा से राज्य भर के छात्रों को लाने के बाद सरकार अब अन्य राज्यों से छात्रों को लाने की तैयारी है। अब तक 500 छात्रों को बाहर से वापस लाने के लिए अभिभावक आवेदन कर चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा संख्या दिल्ली और मुंबई में रहने वालों की है। इसके अलावा करीब साढ़े 12 हजार मजदूर ऐसे भी हैं, जो दूसरे राज्यों में फंसे हैं और वापस रायपुर आना चाहते हैं। इनमें सबसे ज्यादा ओडिसा में हैं। अगर पूरे राज्य की बात की जाए तो राज्य के करीब एक लाख से ज्यादा श्रमिक दूसरे राज्यों में हैं। इनमें सबसे जयादा बिलासपुर से 55 हजार हैं। सरकार अब उन्हें वापस लाने की कवायद में जुटा है।
राज्य सरकार ने कोटा से छात्रों को लाने के बाद सभी जिलों से बाहर पढ़ रहे छात्रों की जानकारी जुटाना शुरू किया है। रायपुर जिला प्रशासन को अब तक 500 ऐसे छात्रों की जानकारी मिली है, जो दूसरे राज्यों में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। इसके अलावा बढ़ी संख्या में श्रमिक भी दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं। बाहर रह रहे मजदूर खुद ही जिला प्रशासन से संपर्क कर उन्हें वापस बुलाने की गुहार लगा रहे हैं। अकेले रायपुर जिले के 12 हजार 660 मजदूरों ने जिला प्रशासन से संपर्क करके अपनी पीड़ा सुनाई है। इनमें सबसे अधिक ओडिसा में पांच हजार 591 मजदूर हैं। दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र में चार हजार 536 मजदूरों ने फंसे होने पर मदद मांगी है।
बाहर जाने वाले भी कम नहीं
लॉकडाउन के दौरान राजधानी से दूसरे राज्यों में जाने वालों की भी कमी नहीं है। इसके लिए मजदूर, किसान, कर्मचारी और अन्य नागरिकों के दो हजार के लगभग आवेदन आ चुके हैं। इनमें से प्रशासन ने महज 250 को ही जाने की अनुमति दी है। कोई अंत्येष्ठि में शामिल होने के लिए बाहर जाना चाहता है तो कुछ बीबी-बधाों को बाहर से लाना चाहते हैं।
इस स्थिति में ही बाहर जाने की दे रहे अनुमति
एसडीएम प्रणव सिंह ने बताया कि किसी संवेदनशील मेडिकल इमरजेंसी, किसी के निकटतम परिजन के निधन के मामले में अनुमति दी जा रही है। यदि कोई बाहर जाता है और परिवार के साथ वापस आता है तो उसे होम क्वारेंटाइन रहना अनिवार्य है। 14 दिनों की होम क्वारेंटाइन रखने पर प्रशासन सख्ती कर रहा है। फार्म में भी शर्त दी गई है कि जिनके घरेलू रिश्तेदार/परिवार के सदस्य की मृत्यु हुई है वही जा सकेंगे। इसी तरह मेडिकल जांच या फॉलोअप जांच, बीवी-बधो दूसरे शहरों में, उन्हें वापस लाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
राज्य से बाहर जाने के लिए यह जरूरी
तहसील दफ्तर से आवेदन फॉर्म मिलेगा। फॉर्म वहीं जमा होगा। इसके बाद फाइल गृह विभाग के पास जाएगी। इसके बाद ही एसडीएम कार्यालय से पास बनने की जानकारी मिलेगी। इसके लिए अभ्यर्थी के पास आधार कार्ड, फोटो, वोटर आईडी, राशन कार्ड आदि पहचान पत्र के रूप में होना चाहिए। जिस वाहन से जा रहे हैं उस वाहन चालक का लाइसेंस, आधार कार्ड, वाहन का पंजीयन प्रमाण पत्र। जिस संस्था या स्थान में पहुंचना है, ले जाना है वहां का पूरा पता भी देना होगा। स्थानीय पहचानकर्ता या कोई गवाह का वोटर आईडी, राशन कार्ड, आधार कार्ड भी देना होगा।
ई-पास के लिए ऐसे करें आवेदन
बाहर जाने की अनुमति के लिए कलेक्ट्रेट परिसर में रोज भीड़ लग रही है। इसके अलावा लोग ई-पास के लिए एप के जरिए भी आवेदन कर सकते हैं। ई-पास के लिए सीजी कोविड-19 ई-पास एप में जिला, शहर, क्षेत्र, नाम, पता, सेवा का नाम, वाहन नंबर, आधार नंबर, तारीख, जिस जिले में जाना है, शहर, क्षेत्र, फोटो और पहचान पत्र के साथ ई-पास के लिए आवेदन किया जा सकता है।
किस राज्य में रायपुर के कितने श्रमिक
राज्य श्रमिक
ओडिसा 5,591
महाराष्ट्र 4,536
कर्नाटक 557
जम्मू-कश्मीर 439
गुजरात 283
उत्तर प्रदेश 253
आंधप्रदेश 239
दिल्ली 227
राजस्थान 114
तेलंगाना 107
उत्तराखंड 100
मध्यप्रदेश 57
लद्घाख 53
पंजाब 31
हरियाणा 25
झारखंड 18
बिहार 13
तमिलनाडु 11
पश्चिम बंगाल 06
श्रम विभाग ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
0771-2443809
91098-49992
75878-21800
75878-22800
96858-50444
91092-83986
88277-73986
दूसरे राज्यों में फंसे अन्य जिलों के छात्र और श्रमिक
जिला छात्रों के लिए श्रमिकों के लिए
बिलासपुर 97 55,000
जांजगीर 123 30,000
राजनांदगांव 200 10,000
कोरबा 88 6,509
महासमुंद 42 1,271
बलरामपुर 37 1,000
दुर्ग 293 1,000
जगदलपुर 100 1,000
सरगुजा 185 550
धमतरी 50 200
जशपुर 55 --
कोरिया-सूरजपुर 288 --
इनका कहना है
बाहरी राज्यों के मजदूर और बाहर पढ़ रहे छात्र-छात्राओं आदि की संख्या अभी एकत्रित कर रहे हैं। इसे शासन को भेजेंगे उसके बाद इन पर निर्णय लिया जाएगा। - डॉ. एस भारतीदासन, कलेक्टर, रायपुर