रायपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
फिल्मों और अभिनय की दुनिया से रु-ब-रु कराने जागरण फिल्म फेस्टिल का आगाज शुक्रवार से हो रहा है। नौ साल से लगातार हो रहे फेस्ट का यह दसवां संस्करण है, जिसका आपको साल भर इंतजार रहता है। रायपुर में 20 से 22 सितंबर तक यानी पूरे तीन दिन एक के बाद एक बेहतरीन फिल्मों का प्रदर्शन होगा। वो फिल्में जो आपको संदेश देंगी। इसलिए आप फेस्टिवल में शामिल होने के लिए समय निकाल लें। फेस्टिवल देश भर के 18 शहरों में आयोजित किया जा रहा है। फेस्टिवल के लिए करीब 39 देशों से 100 फिल्मों की इंट्री प्राप्त हुई है। इस बार का कंट्री फोकस पार्टनर अर्जेंटीना है। फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत 20 सितंबर शाम छह बजे आईनॉक्स, सिटी मॉल 36 में होगी। शुरुआत देव्यांशु सिंह और सत्यांशु सिंह द्वारा निर्देशित फिल्म 'चिंटू का बर्थ डे' से होगी। यानी चिंटू का बर्थडे महोत्सव का केक काटेगा। रात 8ः20 बजे का शिनाख्त का प्रदर्शन होगा। 21 सितंबर का मुख्य आकर्षण है फिल्म ताशकंद फाइल्स होगी। 22 सितंबर को चर्चित फिल्म तुम्बाड प्रदर्शित होगी। 20 सितंबर शुक्रवार को है और अगले दो दिन छुट्टी वाले होंगे।
-------------------
युवाओं के लिए अच्छा अवसर-
अगर आप फिल्मों के क्षेत्र में रुचि रखते हैं और फिल्म जगत में अपना कॅरियर बनाना चाहते हैं तो आपके लिए अच्छा अवसर है। आप बेहतर निर्देशन, अभिनय, संगीत को जान, समझ, देख सकते हैं। आपको यह आयोजन मार्गदर्शन देगा।
...............
टॉप फिल्मों के बारे में जाने
चिंटू का बर्थडे
10वें जागरण फिल्म फेस्टिवल का सफर रायपुर पहुंच गया है। फेस्टिवल में पहली फिल्म निर्देशक सत्यांशु और दिव्यांशु सिंह की फिल्म चिंटू का बर्थडे से होगी। इसकी शूटिंग 18 दिन में दो कमरों में की गई थी। फिल्म की कहानी अप्रैल 2004 की है, जब अमेरिका- इराक के बीच युद्घ के दौरान भारतीय परिवार अपने छह साल के बच्चे चिंटू का जन्मदिन मनाने की योजना बनाता है। अचानक घर के पास कार में विस्फोट होता है और उसके बाद फिल्म का परिदृश्य बदल जाता है। फिल्म में चिंटू का परिवार जिस घर में रहता है, उसके मुख्यिा का किरदार यरुशलक मे लोकप्रिय खालिद मसूद ने निभाया है।
....
शिनाख्त तोड़ेगी समाज का मिथ्या
भारतीय सिनेमा के शुरुआत दौर में फिल्में समाज का आईना होती थीं। इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर शिनाख्त फिल्म दिखाई जाने वाली है। मोहम्मद जुबैर के निर्देशन में तैयार की गई फिल्म खतने पर आधारित है। जो 40 मिनट में बताएगी कि समाज हम किस ओर जा रहे हैं। समाज में चल रही कुप्रथा का आईना दिखाएगी।
21सितंबर को दिखाई जाने वाली प्रमुख फिल्में
कुली नंबर वन से लोटपोट होंगे आप
कादिर खान और उनके अभिनय से आप सभी वाकिफ हैं। कुली नंबर वन भी उन्हीं से एक फिल्म है। गोविंदा और कादिर की जोड़ी आपका खूब मनोरंजन करेगी। कादिर खान का वह अभिनय देखने को मिलेगा जिसे देखने के बाद हर व्यक्ति गदगद हो जाता है।
...
ताशकंत से गुजरेगा देश का इतिहास
किसान का बेटा और वो भी प्रधानमंत्री, बात हो रही लाल बहादुर शास्त्री की। उनकी मृत्यु कैसे हुई कारण क्या थे, उससे पूरा पर्दा नहीं हटा है, लेकिन ताशकंत फिल्म में कुछ ऐसे हिस्से दिखाए जाएंगे जिसमें उन्हें कहां रुकवाया गया था। उनके साथ कौन-कौन लोग थे। उनकी मृत्यु की आखिर क्या-क्या वजह हो सकती थी। इन सब पहलुओं को छूती हुई फिल्म आपको 21 सितंबर को दिखाई जाएगी।
----
फिल्म राम लखन के कुछ रोचक किस्से- अनिल कपूर के रेट्रोस्पेक्टिव (फिल्मी सफर) में राम लखन फिल्म दिखाई जाएगी। रामलखन फिल्म की मेकिंग से जुड़े कुछ रोचक किस्से भी हैं। इसके गानों से जुड़ी हुई कहानी भी है। अनिल कपूर ने दिल्ली में बताया था कि इस फिल्म में सबसे पहले 'माई नेम इज लखन' गाने की शूटिंग हुई थी। डॉयरेक्टर और अनिल को गाना देखने के बाद ही पता चल गया था कि फिल्म हिट होगी। इस पर स्मिता जी ने एक पीस लखनऊ और कानपुर के लिए भेजा था। अगर आपको उचित लगे तो स्मिता जी से मंगवाया जा सकता है।
- जेएफएफ के दसवें संस्करण का कंट्री फोकस पार्टनर अर्जेंटीना है। पार्टनर रजनीगंधा है।
- जेएफएफ में मशहूर एक्शन डायरेक्टर वीरू देवगन, कलाकार कादर खान, मृणाल सेन और गिरीश कारनाड को श्रद्धांजलि दी जाएगी।
- सेलिब्रिटीज के ढेर सारे कोट्स हैं हमारे पास, जो आप स्मिता श्रीवास्तव जी से मेल पर मंगवा सकते हैं। फिल्म तुंबाड और टिंटू का बर्थडे पर भी स्मिता जी आपको राइटअप भेज सकती हैं।
--------------------------------------------------------------
प्रदर्शित होने वाली फिल्में-
20 सितंबर
फिल्म- समय
चिंटू का बर्थडे- शाम सात बजे
21 सितंबर-
कुली नंबर 1- सुबह 11 बजे
चलने दो- दोपहर 1.35 बजे
कोटा फैक्टरी बाय टीवीएफ सीरीज- 2.25 बजे
जागरण शॉर्ट फिल्म- लेटर्स, आप के आ जाने से, टैक्सी, बिन्नू का सपना, मेल, द वॉल- 3.55 बजे
बंकर- 5.40 बजे
ताशकंद फाइल- 7.10बजे
22 सितंबर-
राम लखन- सुबह 11 बजे
सूरमा- 2.55 बजे
कसाई- 5.16 बजे
नक्काश- 6.50बजे
तुंबाड- 8.40बजे
----------------------------
इन कंवर्सेशन विथ यशपाल शर्मा- आपको लगान फिल्म के लाखा, गंगाजल के सुंदर यादव तो याद ही होंगे। इन दोनों पात्रों को अपने अभिनय के दम पर लोगों की जुबान पर लाने वाले बॉलीवुड कलाकार यशपाल शर्मा 'नईदुनिया' जागरण फिल्म फेस्टिवल में मौजूद होंगे। वे 21 सितंबर को दोपहर 2.0 आईनॉक्स, 36 में मौजूद होंगे। वे इस दौरान अपने अनुभव साझा करेंगे। आप भी सीधे उनसे रू-ब-रू हो सकते हैं। बातचीत कर सकते हैं।
एक पास तीनों दिनों के लिए वैध-
फेस्टिवल के दौरान प्रदर्शित होने वाली किसी भी फिल्म और शॉर्ट फिल्म में टिकट नहीं लगेगी। यह पूरी तरह से फ्री (निशुल्क) आयोजन है। प्रवेश पास सुबह 10 से शाम छह बजे तक 'नईदुनिया' कार्यालय देवेंद्र नगर रायपुर में उपलब्ध है, जहां से प्राप्त किया जा सकता है। आपकी अगर फिल्मों के प्रति दीवानगी है तो जरूर फेस्टिवल का हिस्सा बनें। पास के लिए मोबाइल नं. 99930-93747 पर संपर्क करें। एक पास तीनों दिनों के लिए मान्य होगा।
युवाओं में काफी उत्साह
- जागरण फिल्म फेस्टिल के लिए युवाओं में काफी उत्साह है। उनका कहना है कि फिल्में समाज को आईना दिखाती है। फेस्ट में सदैव प्रेरक फिल्में दिखाई जाती हैं। इससे युवाओं को काफी प्रेरणा मिलेगी।
-फिल्मों को ज्यादा करीब से समझने और जानने का मौका देता है जेएफएफ
मुझे मिला था जेएफएफ से मौका
जागरण फिल्म फेस्ट में बतौर निर्देशक मेरी फिल्म गांधी की कली आठ साल पहले दिल्ली में लगी थी। अमिता प्रीतम की कहानी पर आधारित फिल्म ने मुझे एक मंच दिया। इसके बाद फेस्ट में चरण दास चोर को भी मौका दिया। इस फेस्ट के माध्यम से समाज को एक संदेश जाता है। बताता है कि फिल्में समाज का आईना होती हैं। छत्तीसगढ़ अब सिनेमा का हब है, नई तकनीक और जानकारी अब आसानी से इस फेस्ट के माध्यम से मिलेगी।
योगेन्द्र चौबे, निर्देशक, छत्तीसगढ़ी फिल्म
....
दर्शकों को काफी चीजें मिलेंगी सीखने को
रायपुर के दर्शक परिपक्व हैं, वे कला का सम्मान करना जानते हैं। शॉर्ट या डॉक्यूमेंट्री को लेकर लोगों में कामर्शियल फिल्मों जितना उत्साह तो नहीं रहता पर वे एक आलोचक के रूप में फिल्में देखना पसंद करते हैं। फिल्म फेस्टिवल में विषयों पर आधारित फिल्मों का प्रदर्शन होता है। निर्देशकों को भी कुछ नया करने और दिखाने का मौका मिलता है।
राजकमल नायक, वरिष्ठ रंगकर्मी और निर्देशक
.....
अनूठा आयोजन
जागरण फिल्म फेस्टिवल अनूठा आयोजन है। मैं लगभग हर वर्ष इसमें शामिल होता हूं। हर साल कुछ न कुछ नया देखने और समझने को मिलता है। बातौर कलाकार कहूं तो रायपुर के लिए यह किसी उपलब्धि से कम नहीं है। प्रदेश में छत्तीसगढ़ी फिल्मों के विकास के लिए यह कहीं न कहीं योगदान दे रहा है। इस तरह का फेस्ट समाज को आईना दिखाता है कि फिल्में केवल मनोरंजन के लिए नहीं बल्कि संदेश प्रेरक होती हैं।
राजेश अवस्थी, पूर्व अध्यक्ष, फिल्म विकास निगम, छत्तीसगढ़
.....
फिल्मों को देख बढ़ेगी समझ
जागरण फिल्म फेस्ट में ज्यादातर फिल्में समाज को बेहतर संदेश देती हैं। कुछ फिल्में मनोरंजन के लिए रहती हैं, लेकिन ज्यादातर प्रेरक। फेस्ट में प्रतिवर्ष बहुत सी बातें सीखने को मिलती हैं। खास तौर पर शॉर्ट फिल्में, जिन्हें कहीं बेहतर स्थान नहीं मिलता, लेकिन इस फिल्म फेस्ट में उन्हें बेहतर स्थान दिया जाता है। यह युवा निर्देशकों को फिल्म निर्माण के लिए प्रेरित करता है।
अनुपम भार्गव, निर्देशक