IPS GP Singh News: रायपुर में ईओडब्ल्यू की चार घंटे पूछताछ, हर सवाल पर जीपी सिंह का जवाब रहा 'ना'
IPS GP Singh News: सुप्रीम कोर्ट ने राजद्रोह के मामले में 26 अगस्त को जीपी सिंह की गिरफ्तारी पर लगाई थी रोक।
By Kadir Khan
Edited By: Kadir Khan
Publish Date: Wed, 01 Sep 2021 09:01:00 PM (IST)
Updated Date: Wed, 01 Sep 2021 09:01:39 PM (IST)
IPS GP Singh News: रायपुर। नईदुनिया, राज्य ब्यूरो, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) दफ्तर पहुंचे निलंबित आइपीएस जीपी सिंह से करीब चार घंटे पूछताछ हुई। एसीबी के अधिकारियों ने जीपी सिंह से उनके बैंक अकाउंट से लेकर घर में मिली डायरी और रिकार्डिंग के बारे में पूछताछ की। अपने वकील के साथ पहुंचे जीपी ने हर सवाल का जवाब ना में दिया। ईओडब्ल्यू की ओर से लगाए गए सभी आरोपों को जीपी सिंह ने नकार दिया।
जीपी सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार, आय से अधिक संपत्ति और राजद्रोह जैसे मामलों में एफआइआर दर्ज हुई है। करीब दो महीने बाद जीपी सिंह खुद ईओडब्ल्यू दफ्तर पहुंचे और अपना बयान दर्ज कराया। सुप्रीम कोर्ट ने राजद्रोह के मामले में 26 अगस्त को जीपी सिंह की गिरफ्तारी पर रोक लगाई थी।
ईओडब्ल्यू ने जब्त दस्तावेज, जमीन से जुड़े कागजात कई पासबुक और निवेश से जुड़े साक्ष्य को लेकर पूछताछ की। अधिकतर सवालों के जवाब में जीपी सिंह ने मुझे जानकारी नहीं, मैं नहीं जानता। पूछताछ के बाद ईओडब्ल्यू दफ्तर से बाहर निकलने पर मीडिया ने जब जीपी सिंह से सवाल किया तो उन्होंने कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया और अपनी कार का दरवाजा बंद करके निकल गए।
पूछताछ के दौरान जीपी सिंह के वकील ने अधिकारियों से कहा कि जो भी आरोप लगाए गए हैं, उसका लिखित जवाब चार दिन के अंदर पेश कर दिया जाएगा। ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने बताया कि जीपी सिंह ने बेहद शांत तरीके से अपनी बात रखी। कहीं भी विवाद की स्थिति पैदा नहीं हुई। हालांकि इस बात की चर्चा जरूर थी कि एसीबी और ईओडब्ल्यू के कभी मुखिया रहे जीपी सिंह से अधिकारी क्या बिना दबाव के पूछताछ कर पाएंगे।
- - सुबह 11 बजे ईओडब्ल्यू दफ्तर वकील के साथ पहुंचे जीपी, आरोपों का लिखित में देंगे जवाब
एक जुलाई को 15 ठिकानों पर पड़ा था छापा
आय से अधिक संपत्ति और सरकार को अस्थिर करने की साजिश को देखते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो और आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने एक जुलाई को जीपी सिंह के 15 ठिकानों पर छापा मारा था। सिंह के चार्टर्ड अकाउंटेंट, बैंक मैनेजर दोस्त और एक कारोबारी मित्र के घर भी छापेमारी की गई थी। जहां से सोने के बिस्किट और दस्तावेज बरामद किए गए थे। पांच जुलाई को जीपी सिंह को निलंबित करने के बाद आठ जुलाई को कोतवाली थाने में पहली एफआइआर दर्ज की गई। पुलिस ने कोर्ट में जीपी के खिलाफ 400 पन्न्े का चालान पेश किया है।