रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। परिवार की सुख, समृद्धि में अहम योगदान देने वाली महिलाओं का सम्मान करते हुए उनके चरण धोए गए। साथ ही सुहाग सामग्री अर्पित कर परिवार समेत संपूर्ण समाज की खुशहाली की कामना की गई। यह आयोजन गुजराती ब्रह्म समाज महिला मंडल के नेतृत्व में फाफाडीह स्थित सामाजिक भवन में किया गया।
श्री गुजराती ब्रह्म समाज महिला मंडल ने समाज की इष्टदेवी रांदल माता की पूजा-अर्चना करके कलश स्थापना की। समाज की करीब एक हजार सुहागिनों को श्रृंगार सामग्री प्रदान की गई। आयोजन में राजधानी के अलावा दुर्ग, राजनांदगांव, गोंदिया, महासमुंद, बिलासपुर, कोंडागांव, भवानीपटना से समाज की महिलाएं पहुंची।
50 जोड़ों का भी सम्मान
महिला मंडल की सचिव प्रेरणा भट्ट ने बताया कि सूर्य भगवान की पत्नी को रांदल माता के रूप में समाज के लोग पूजते हैं। विधिवत पूजा के पश्चात एक हजार सुहागिनों को पाटे पर बिठाकर उनके चरण धोए गए। महिला मंडल की ओर श्रृंगार रूपी उपहार दिया गया। महिला मंडल की अध्यक्ष सुधा बेन जोशी, सचिव प्रेरणा बेन भट्ट, कोषाध्यक्ष पारुल बेन पंड्या ने अभिनंदन पत्र भेंटकर सम्मानित किया। साथ ही 50 जोड़ों का चयन लाटरी के माध्यम करके उनका भी सम्मान किया गया। कथाकार प्रकाश भाई जोशी एवं अंकुर भाई ने पूजन विधि संपन्ना कराई। सुबह से शाम तक पूजा के बाद रास गरबा का आनंद लिया। रात्रि में भजन-कीर्तन में श्रद्धालु रमे रहे।
पंजाबी शादी की प्रचलित रस्मों को मंच पर किया जीवंत
छत्तीसगढ़ पंजाबी सनातन सभा ने पंजाब केसरी भवन जोरा में दो दिन अपना 25वां स्थापना दिवस सिल्वर जुबली के रूप में सेलिब्रेट किया। समाज के प्रवक्ता जवाहर खन्नाा ने बताया कि कार्यक्रम के पहले दिन युवक-युवती परिचय सम्मेलन चला, जिसमें लगभग 260 युवक-युवतियों ने हिस्सा लिया। इस मौके पर सांकेतिक दूल्हा-दुल्हन की शादी कर पंजाबियियों में पुरातन समय की प्रचलित रस्मों को मंच में जीवंत किया गया।